'सिविल सेवा परीक्षा में कैंडिडेट की अधिकतम आयु-सीमा में नहीं होगा बदलाव'
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सिविल सेवा परीक्षाओं में अधिकतम आयु सीमा घटाने को लेकर आ रही मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि सिविल सेवा परीक्षा के लिए अधिकतम आयु सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि फिलहाल सरकार का आयु सीमा घटाने का कोई इरादा नहीं है। पिछले कुछ समय से ऐसी खबरें आ रही थीं कि सरकार सिविल सर्विसेज एग्जाम में अधिकतम उम्र की सीमा को घटाने पर विचार कर रही है, हालांकि जितेंद्र सिंह इन खबरों को खारिज कर दिया है।
इसे भी पढ़ें:- क्या है 31 दिसंबर तक डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड बंद होने का वायरल सच
'सरकार का आयु सीमा घटाने का कोई इरादा नहीं है'
पिछले दिनों नीति आयोग का एक प्रस्ताव सामने आया था जिसमें सिविल सर्विसेज के उम्मीदवारों की अधिकतम आयु-सीमा घटाने की सिफारिश की गई थी। दरअसल नीति आयोग ने सुझाव में कहा था कि सिविल सर्विस एग्जाम के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों की अधिकतम आयु-सीमा 30 साल से घटाकर 27 साल कर दिया जाए। नीति आयोग ने इसे सत्र 2022-23 से लागू करने के लिए कहा था। नीति आयोग ने अपनी 'स्ट्रेटजी फॉर न्यू इंडिया @75' नाम की रिपोर्ट में इससे संबंधित कई बातों का जिक्र किया है।
नीति आयोग की रिपोर्ट में हुई थी सिफारिश
नीति आयोग ने अपनी रिपोर्ट में ये भी सिफारिश किया है कि देश में सभी सिविल सर्विसेज के लिए एक ही परीक्षा हो। अभी केंद्र और राज्यों के स्तर पर 60 से भी अधिक सिविल सर्विस परीक्षाएं होती हैं। नीति आयोग की ओर से दिए गए आयु-सीमा संबंधी प्रस्ताव पर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों ने नाराजगी जताई थी। कई जगहों पर इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया गया था। पूरे मामले के सामने आने के बाद सरकार की ओर से साफ किया गया कि सरकार का सिविल सर्विस उम्मीदवारों की आयु-सीमा घटाने का कोई इरादा नहीं है।
|
पूरे मामले पर सरकार ने क्या कहा...
इसी मामले पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सिविल सेवा परीक्षाओं में शामिल होने वालों की अधिकतम आयु-सीमा में बदलाव का सरकार की ओर से कोई इरादा नहीं है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि ऐसी रिपोर्ट और अटकलों पर विराम लग जाना चाहिए।