क्या यूपी में सच में हो रहा लव जिहाद? कानपुर मामले की पड़ताल में सामने आई ये बात
नई दिल्ली: बीजेपी लंबे वक्त से लव जिहाद का मुद्दा उठा रही है। हरियाणा, कर्नाटक हो या यूपी, जहां-जहां बीजेपी की सरकार है वहां पर लव जिहाद पर सख्ती की बात कही जा रही है। हाल ही में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर लव जिहाद वाले नहीं सुधरे तो उनकी 'राम नाम सत्य' वाली यात्रा निकल जाएगी। इसके साथ ही तेजी से बढ़ रहे लव जिहाद के मामलों की जांच के लिए अगस्त में यूपी के कानपुर में एक SIT गठित की गई थी, जिसने 14 केस में से आधे की जांच पूरी कर ली है। इन 14 मामलों में कुछ चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।
7 में से 3 मामले सुलझने वाले
न्यूज चैनल NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक जिन मामलों की जांच पूरी हो चुकी है, उसमें से ज्यादातर ऐसे हैं जिसमें हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के ने आपसी सहमति से रिश्ता बनाया और शादी की। वहीं जिन सात केसों की जांच चल रही है उनमें से तीन सुलझने ही वाले हैं। वहीं दो मामलों में लड़की ने ये माना कि ना तो उनके मुस्लिम साथी ने कोई जोर-जबरदस्ती की और ना ही उनको धर्म परिवर्तन के लिए कहा गया। उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म बदला और शादी की। साथ ही उनके घर वालों ने जो शिकायत दर्ज करवाई है वो झूठी है।
मां ने लगाया जबरन धर्म परिवर्तन का आरोप
इसमें एक मामला शालिनी यादव का है। शालिनी की मां खुद अगस्त में पुलिस के पास पहुंची थीं और शिकायत दर्ज करवाई कि उनकी बेटी को धमकाया गया और हथियार के बल पर जुही कॉलोनी में रहने वाला मोहम्मद फैजल उसे ले गया। इसके अलावा उन्होंने धर्म परिवर्तन और वैश्यावृति करवाने का भी आरोप लगाया था। इसके चार दिन बाद शालिनी ने खुद एक वीडियो जारी किया, जिसमें उसने कहा कि उसने अपनी मर्जी से शादी की है। इसके अलावा धर्मांतरण सर्टिफिकेट में भी उनसे ये बात कही कि वो अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल कर रही है। शालिनी की मां इसे लगातार लव जिहाद का मामला बता रही हैं। उनके मुताबिक जब उनकी बेटी को फंसाया गया तो वो 18 साल से कम यानी नाबालिग थी।
लड़के ने क्यों नहीं किया धर्म परिवर्तन?
शालिनी ने अब अपना नाम बदलकर फिजा फातिमा कर लिया है। मां के आरोपों पर उसने कहा कि मैं पढ़ी-लिखी हूं, मैंने MBA किया है। ऐसे में क्या आपको लगता है कि कोई मुझे बहला-फुसलाकर मुझसे शादी कर लेगा। वहीं जब शालिनी के पति से पूछा गया कि आपने हिंदू धर्म क्यों नहीं अपनाया, तो उन्होंने कहा कि वो अपनाने को तैयार थे। रजिस्टार ऑफिस में जब पूछा गया कि कौन धर्म परिवर्तन कर रहा है, तो दोनों ने हाथ उठाया। शालिनी को ये नहीं पसंद था इसलिए उसने खुद धर्म बदल लिया। ऐसे में इस मामले में लव जिहाद या दबाव में धर्म परिवर्तन के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं।
एकता-शालिनी के पति एक ही कॉलोनी से
वहीं एक और मामला इसी तरह का है, जिसमें एकता वर्मा नाम की लड़की को मोहसिन नाम के शख्स से प्यार हुआ और उसने शादी कर ली। मोहसिन भी उसी जुही कॉलोनी का है, जहां से शालिनी का पति मोहम्मद फैजल था। एकता के पिता की शिकायत के मुताबिक जुही कॉलोनी के लोगों ने उन्हें धमकी दी थी कि वो एकता को लव जिहाद के लिए ले जाएंगे। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक एकता ने भी अपनी मर्जी से शादी की बात कही। सबूत के तौर पर उसके पास धर्मांतरण के पेपर हैं। एकता के मुताबिक वो लंबे वक्त से एक-दूसरे को जानते थे। इसके लिए पुलिस चाहे तो उनके कॉल रिकॉर्ड चेक कर सकती है। एकता के इस बयान के बाद भी पुलिस ने मोहसिन, उसके दोस्त आमिर और दो अन्य को गिरफ्तार किया। मोहसिन को बाद में रिहा कर दिया गया, लेकिन आमिर अभी भी जेल में है। वहीं एसआईटी प्रभारी विकास पांडेय के मुताबिक जिन मुस्लिम लड़कों ने दूसरे धर्म की लड़की से शादी की वो एक ही इलाके के हैं। ऐसे में दोनों मामले में कुछ संबंध थे, जिसकी जांच चल रही है।
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