सरकार ने बंद की 2000 रुपए नोट की छपाई? लोकसभा में अनुराग ठाकुर ने दिया जवाब
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि सरकार ने 2000 रुपये के नोटों को प्रचलन से वापस लेने का कोई निर्णय नहीं लिया है और राज्य के स्वामित्व वाली एसबीआई और इंडियन बैंक 500 और 200 रुपये के नोट के लिए एटीएम को फिर से तैयार कर रहे हैं। वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। वित्त राज्य मंत्री ने बताया कि सरकार का 2000 रुपये के बैंक नोट को प्रचलन से वापस लेने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
उन्होंने कहा कि अधिकतर 500 रुपये और 200 रुपये मूल्य वर्ग के बैंक नोट प्रचलन में हैं। इसको ध्यान में रखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने अपने स्थानीय मुख्यालयों को उक्त मूल्य वर्ग के करेंसी नोटों के अनुसार स्वचालित टेलर मशीनों (एटीएम) को पुन: नया स्वरूप देने के लिए सूचना जारी की है। वहीं, अभी भी कई एटीएम में 2000 रुपये के करेंसी नोट वितरित हो रहे हैं। इस जवाब के मुताबिक, अभी तक 7.4 लाख करोड़ रुपये की कीमत तक 2,000 रुपये के नोटों की छपाई की गई है।
यह आंकड़ा 5 मार्च 2020 तक का है। 2,000 करोड़ रुपये फेसवैल्यू वाले 2,000 रुपये के नोट सर्कुलेशन में है। वहीं, 0.93 लाख करोड़ रुपये की फेसवैल्यू वाला 2,000 रुपये का नोट करंसी चेस्ट्स में है। ठाकुर ने बताया कि बाजार में 500 और 200 रुपये के नोटों की अधिक सर्कुलेशन और ग्राहकों को 2,000 रुपये के नोटों को लेकर होने वाली समस्या को देखते हुए कुछ बैंकों ने अपने एटीएम में बदलाव करने का फैसला लिया है। इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन बैंक हैं। इन बैंकों ने अपने एटीएम में 500 और 200 रुपये के नोटों की संख्या को बढ़ाया है।
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