अविश्वास प्रस्ताव: बीजेपी ने राकेश सिंह को क्यों दिया पहला मौका?
Recommended Video
नई दिल्ली। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत तो टीडीपी सांसद जयदेव गल्ला ने की लेकिन उसके बाद जब सत्ता पक्ष को इसका जवाब देने का मौका मिला तो बीजेपी ने सबसे पहला मौका जबलपुर से अपने सांसद राकेश सिंह को दिया। आपको बता दें कि राकेश सिंह को हाल ही में मध्यप्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया है। अनुराग ठाकुर को चीफ व्हिप बनाने से पहले राकेश सिंह ही इसकी जिम्दारी देख रहे थे। मध्यप्रदेश उन राज्यों में से एक हैं जहां आगामी नवंबर दिसंबर में राजस्थान और छत्तीगढ़ के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं।
भाजपा ने जानबूझकर इस बड़े मौके के लिए राकेश सिंह को चुना जिस पर पूरे देश और दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से पहले राकेश सिंह तो लो प्रोफाइल नेता माने जाते हैं। शिवराज सिंह चौहान के करीबी नंदकुमार चौहान की जगह, प्रदेश अध्यक्ष की कमान राकेश सिंह को सौंपे जाने से पार्टी के कुछ नेता तक अचंभित थे लेकिन अमित शाह कोई भी दांव बड़ा सोच-समझकर चलते हैं और इस बड़े मौके पर सबसे पहले बोलने का मौका देना भी इसी रणनीति का एक हिस्सा है।
राकेश सिंह ने ना केवल मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का दमदार तरीके से बखान की बल्कि कांग्रेस की सरकारों से तथ्यों के साथ तुलना की। राकेश सिंह ने तीनों राज्यों जहां पर चुनाव हैं, वहां पूरे आंकड़ों के साथ कांग्रेस और बीजेपी सरकारों के कामकाज पर आंकड़े पेश किए। पूरी तैयारी के साथ उन्होंने हर एक योजना और विकास के पैरामीटर पर कांग्रेस की सरकारों पर हमला बोला। राकेश सिंह ने भी बता दिया है कि उनके पास वाकचातुर्य है और वो बीजेपी की उस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं जिसके पास बढ़िया बोलने वाले नेताओं की एक लंबी कतार है। राकेश सिंह के भाषण के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मेज थप-थपाकर बता दिया है कि उनकी भाषण कला से वो प्रभावित हैं और पिछड़ी जाति के इस नेता पर अमित शाह ने कांग्रेस की दमदार तिक़ड़ी से टक्कर लेने के लिए यो ही दांव नहीं लगाया है।