राहुल गांधी के वो 5 हमले, जिनपर पीएम मोदी ने दिया करारा जवाब
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष के एक-एक हमले का सिलसिलेवार करारा जवाब दिया।
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव शुक्रवार को संसद में औंधे मुंह गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े 126 वोटों के मुकाबले मोदी सरकार को मिले 325 सांसदों के समर्थन के बल पर यह प्रस्ताव खारिज हो गया। हालांकि सदन में संख्याबल को लेकर सरकार पहले ही आश्वस्त थी। अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विपक्ष के एक-एक हमले का सिलसिलेवार करारा जवाब दिया। पढ़िए, पीएम मोदी ने कैसे किया एक-एक हमले पर पलटवार।
'आंख में आंख...' पर पीएम का जवाब, हमारी इतनी मजाल कहां
राहुल
गांधी
ने
अपने
भाषण
के
दौरान
पीएम
मोदी
पर
हमला
बोलते
हुए
कहा,
'आज
मैं
इस
सदन
में
खड़ा
हुआ
सच
बोल
रहा
हूं
और
प्रधानमंत्री
मोदी
मेरी
आंख
में
आंख
नहीं
डाल
सकते,
वो
मुझसे
आंख
नहीं
मिला
सकते।
मेरी
बातों
पर
वो
कभी
इधर
देख
रहे
हैं
तो
कभी
उधर।'
पीएम
मोदी
ने
राहुल
गांधी
की
इस
बात
का
जवाब
देते
हुए
कहा,
'आज
यहां
कहा
गया
कि
मोदी
मेरी
आंख
में
आंख
नहीं
डाल
सकते,
अरे
हम
कौन
हैं
जो
आपकी
आंख
में
आंख
डाल
सकें।
एक
गरीब
का
बेटा
आपसे
कैसे
आंखें
मिला
सकता
है।
आप
नामदार
हैं
और
हम
कामदार
हैं,
भला
हम
कैसे
आपकी
आंखों
में
आंख
डाल
सकते
हैं
और
जिन्होंने
आंख
में
आंख
डालने
की
बात
की,
उनकी
आंखों
का
खेल
आज
पूरे
देश
ने
देखा
है।'
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'चौकीदार से भागीदार' पर बोले पीएम, हम ठेकेदार नहीं
पीएम
मोदी
पर
सीधा
हमला
बोलते
हुए
राहुल
गांधी
ने
कहा,
'नोटबंदी
के
दौरान
अमित
शाह
के
बेटे
जय
शाह
की
कंपनी
को
16000
गुना
का
लाभ
हुआ,
लेकिन
पीएम
ने
इसपर
एक
शब्द
नहीं
बोला।
प्रधानमंत्री
की
मार्केटिंग
पर
करोड़ों
रुपए
खर्च
होते
हैं
और
जो
लोग
ये
पैसा
खर्च
करते
हैं,
सरकार
उन्हें
फायदा
पहुंचाती
है।
पीएम
कहते
थे
कि
वो
चौकीदार
हैं,
लेकिन
वो
चौकीदार
नहीं
बल्कि
भागीदार
हैं।'
राहुल
गांधी
के
इस
हमले
पर
पीएम
मोदी
ने
जवाब
देते
हुए
कहा,
'मैं
गर्व
के
साथ
कहना
चाहता
हूं
कि
हम
चौकीदार
भी
हैं,
हम
भागीदार
भी
हैं
लेकिन
हम
सौदागर
और
ठेकेदार
नहीं
हैं।
हम
युवाओं
के
सपनों
के
भागीदार
हैं,
हम
गरीबों
के
दुख-दर्द
के
भागीदार
हैं
और
हम
विकास
के
मार्ग
पर
भागीदार
हैं।
कांग्रेस
का
कहना
है
कि
या
तो
हम
सत्ता
में
रहेंगे
और
अगर
नहीं
रहे
तो
देश
में
अस्थिरता
रहेगी,
एक
झूठ
देश
में
फैलाया
जा
रहा
है।'
डोकलाम पर राहुल ने घेरा तो पीएम ने बताई मीटिंग की बात
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
पर
अपने
हमले
में
राहुल
गांधी
ने
कहा,
'जिस
समय
पीएम
मोदी
गुजरात
में
चीन
के
राष्ट्रपति
के
साथ
झूला
झूल
रहे
थे,
ठीक
उसी
समय
चीनी
सेना
भारत
की
सीमा
में
घुस
रही
थी।
डोकलाम
के
मुद्दे
पर
पीएम
मोदी
ने
चीन
के
सामने
हथियार
डाल
दिए।
हमारी
सेना
तो
डोकलाम
को
लेकर
मोर्चे
पर
डटी
हुई
थी,
लेकिन
पीएम
उसी
दौरान
चीन
पहुंच
गए
और
सेना
का
अपमान
किया।'
राहुल
गांधी
ने
इस
हमले
पर
जवाब
देते
हुए
कहा,
'यहां
पर
डोकलाम
की
चर्चा
हुई,
मैं
मानता
हूं
कि
जिस
विषय
की
जानकारी
नहीं
है,
कभी-कभी
उस
विषय
पर
बोलना
उल्टा
पड़
जाता
है।
इससे
देश
का
नुकसान
ज्यादा
होता
है,
हां
बोलने
वाले
व्यक्ति
का
कम
नुकसान
होता
है।
डोकलाम
को
लेकर
जिस
समय
सारा
देश
एक
था,
उसी
समय
वो
चीन
के
राजदूत
के
साथ
मीटिंग
कर
रहे
थे।
क्या
चीनी
राजदूत
हमारी
सेना
से
ऊपर
हैं?
पहले
इस
मुलाकात
से
मना
किया
गया
लेकिन
बाद
में
मान
लिया
कि
हां
मुलाकात
हुई
थी।'
राफेल पर राहुल को पीएम का जवाब, बिना सबूत मत चिल्लाइए
राहुल
गांधी
ने
राफेल
डील
को
लेकर
मोदी
सरकार
पर
सीधा
हमला
बोला।
राहुल
ने
कहा,
'यूपीए
सरकार
के
समय
राफेल
जहाज
की
कीमत
520
करोड़
रुपए
थी
लेकिन
अचानक
इसकी
कीमत
जादू
से
1600
करोड़
पहुंच
गई।
प्रधानमंत्री
ने
अपने
करीबी
को
इसका
कॉन्ट्रेक्ट
देकर
उसे
सीधे
35000
करोड़
का
लाभ
पहुंचाया।
फ्रांस
और
भारत
के
बीच
राफेल
डील
की
जानकारी
सार्वजनिक
करने
पर
पाबंदी
को
लेकर
कोई
समझौता
नहीं
था
और
ये
जानकारी
मुझे
खुद
फ्रांस
के
राष्ट्रपति
ने
दी।
रक्षा
मंत्री
निर्मला
सीतारमण
ने
पीएम
के
दबाव
में
झूठ
बोला।
पीएम
मोदी
ने
राफेल
डील
पर
राहुल
गांधी
को
जवाब
देते
हुए
कहा,
'फ्रांस
के
साथ
राफेल
डील
में
पूरी
पारदर्शिता
बरती
गई
है,
कांग्रेस
अध्यक्ष
बिना
सबूत
राफेल
पर
चिल्ला
रहे
हैं।
यह
भी
दुखद
है
कि
बिना
सबूत
लगाए
गए
आरोपों
पर
दूसरे
देश
को
खंडन
करना
पड़
रहा
है।
राफेल
डील
दो
बिजनेसमैन
के
बीच
नहीं,
बल्कि
दो
देशों
के
बीच
हुई
है।
इस
तरह
बिना
सबूत
आरोप
लगाकर
कब
तक
बचकानी
हरकतें
करते
रहेंगे।'
जीएसटी पर बोले पीएम, मैंने तो खुद राज्यों का मुद्दा उठाया
जीएसटी
पर
मोदी
सरकार
को
घेरते
हुए
राहुल
गांधी
ने
कहा,
'जीएसटी
कांग्रेस
की
सरकार
लेकर
आई।
उस
वक्त
गुजरात
के
सीएम
ने
इसका
विरोध
किया
था।
इसके
बाद
वर्तमान
सरकार
ने
इसे
लागू
किया
और
इसके
अंदर
पांच
तरह
की
टैक्स
कैटेगरी
रखकर
इसे
बेकार
कर
दिया।
सरकार
ने
पेट्रोल
और
डीजल
को
भी
इसमें
शामिल
नहीं
किया।
जीएसटी
के
जरिए
सरकार
ने
कमजोर
वर्ग
की
जेबों
पर
डाका
डाला
है।
राहुल
गांधी
के
इस
हमले
पर
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
जवाब
देते
हुए
कहा,
'आज
इस
सदन
में
कहा
गया
कि
गुजरात
के
मुख्यमंत्री
ने
जीएसटी
को
रोका
था।
कांग्रेस
भूल
गई
कि
मैंने
ही
ये
कहा
था
कि
राज्यों
के
हितों
का
ध्यान
रखे
बिना
जीएसटी
को
लागू
नहीं
किया
जा
सकता।
खुद
कांग्रेस
के
कई
मुख्यमंत्री
कहते
थे
कि
मोदी
जी
हम
तो
नहीं
कह
पाएंगे,
आप
इस
बात
को
रखिए।
जीएसटी
को
इतने
सालों
तक
कांग्रेस
की
सरकार
ने
लटकाए
रखा।'
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