मोदी सरकार के खिलाफ 126 के मुकाबले 325 वोटों से गिरा अविश्वास प्रस्ताव
नई दिल्ली। लोकसभा में टीडीपी द्वारा मोदी सरकार के शुक्रवार खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 325 वोट पड़े जबकि इसके पक्ष में महज 126 ही वोट पड़े। इस प्रस्ताव पर कुल 451 सदस्यों ने वोट डाले। वोटिंग से पहले बीजेपी की सहयोगी पार्टी रही शिवसेना और बीजेडी ने वोटिंग का बहिष्कार कर दिया। वहीं बिहार के सांसद पप्पू यादव ने सदन का वाकआउट कर दिया।
इस अविश्वास प्रस्ताव में जहां बीजेपी ने शिवसेना के तौर पर अपना सहयोगी खोया तो वहीं AIADMK के तौर पर नया साथी मिल गया। प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद लोकसभा की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। अविश्वास प्रस्ताव में एनडीए को मिली जीत पर बोले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे, 'इससे बड़ी बहुमत क्या हो सकता है? इसका मतलब है कि 2019 में कांग्रेस को 10 सीट आने वाली हैं।' वहीं रविशंकर ने कहा कि, नंबर इसलिए बढ़े हैं कि जनता का विश्वास बढ़ा है।
पीएम के भाषण पर निशाना साधते हुए आंध्र प्रदेश की सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि, पूरा राज्य न्याय का इंतजार कर रहा था। पीएम मोदी एक बार फिर से जनता को निराश किया है। उनके पास बहुमत है लेकिन ये नीति का उल्लंघन है। पीएम की स्पीच दर्दकार थी। उन्होंने (पीएम मोदी) हमें अहंकारी कहा वास्तव में, यह अहंकार है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। कांग्रेस को अहंकारी बताते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस के लोग जो भाषा बोल रहे हैं वह अज्ञानवश और अति आत्मविश्वास के कारण है। महागठबंधन पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव नहीं बल्कि यह कांग्रेस के तथाकथित साथियों का फ्लोर टेस्ट है। मैं पीएम बनूंगा इसका ट्रायल चल रहा है।