विधानसभा-लोकसभा के चुनाव एक साथ कराने का कोई चांस नहीं है: ओपी रावत
नई दिल्ली। देश में लंबे समय से लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाने को लेकर चल रही चर्चाओं पर मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने गुरुवार को विराम लगा दिया है। गुरुवार को ओपी रावत ने औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में एक सवाल के जवाब में कहा- देशभर में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव कराने का कोई चांस नहीं है।
चुनाव आयोग ने 10 दिन में दूसरी बार एक राष्ट्र-एक चुनाव की संभावनाओं को खारिज कर दिया। ओपी रावत में कार्यक्रम में कहा कि, कानून में बदलाव किए बिना देश में एक साथ चुनाव कराना असंभव है। बता दें कि, बीजेपी देशभर में एक साथ लोकसभा और विधानसभा के चुनाव कराने की दवाब डाल रही है, लेकिन विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं।
रावत ने कहा था कि कई चरणों में यह संभव है। जैसे 11 राज्यों के चुनाव आम चुनाव के साथ कराए जाएं तो किस्तों में ऐसा हो सकता है, बशर्ते जनप्रतिनिधि इसके लिए अपने राज्यों की विधानसभा को भंग करने पर सहमत हो जाएं। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में प्रस्तावित हैं। इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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