ट्रेन में सफर के दौरान FREE में मिलेगा खाना, जानें क्या है रेलवे का नया नियम
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने लोगों के लिए यात्रा को सुगम बनाने के लिए हाल के दिनों में कई बदलाव किए है। फिर चाहे स्टेशन पर फ्री वाई-फाई हो, या आईआरसीटीसी कैंटीन की लाइव स्ट्रीमिंग। चाहे वो टिकट बुकिंग सिस्टम को बेहतर बनाना हो या फिर ट्रेनों की लेट लतीफी पर लगाम लगाना हो। रेलवे ने पिछले कुछ दिनों में सुधार की दिशा में बेहतरीन कदम उठाए हैं। इन्हीं योजनाओं के बीच रेलवे ने एक और बेहतरीन स्कीम शुरू की 'नो बिल, फ्री फूड पॉलिसी'। रेलवे की इस स्कीम से न केवल फूड वेंडर की मनमानी पर लगाम लगाने में मदद मिली बल्कि खाने की कीमतों में पारदर्शिता लाने में ये स्कीम सहायक साबित हुआ।
रेलवे की इस स्कीम से फ्री में मिलेगा खाना
रेलवे ने मार्च में इस स्कीम को लॉन्च किया है। इस स्कीम का मतलब है खाने का बिल नहीं तो पैसा नहीं। यानी अगर ट्रेन में सफर करने के दौरान आपको खाने का बिल नहीं दिया जाता है तो आपको उस खाने का बिल चुकाने की जरूरत नहीं है। यानी अगर वेंडर ने खाने का बिल देने से इंकार किया तो आप फ्री में खाना खा सकते हैं। रेलवे ने नई पॉलिसी को इस लिए लॉन्च किया क्योंकि रेलवे में कई बार भोजन खरीदने पर बिल नहीं दिया जाता है।
वेंडर की मनमानी पर लगा लगाम
रेलवे की इस स्कीम ने न केवल यात्रियों की शिकायत दूर हो रही है बल्कि मनमाना वसूलने वाले वेंडरों को भी सबक मिल रहा है। दरअसल रेलवे के पास बड़ी संख्या में यात्रियों की यह शिकायत पहुंच रही थी। पिछले साल अप्रैल से अक्टूबर के बीच रेलवे के पास खाने की चीजों के लिए अधिक पैसे वसूले जाने से संबंधित 7000 शिकायतें मिली। रेलवो को शिकायतें मिल रही थी कि ट्रेन में सफर के दौरान उनसे खाने की तय दाम से अधिक कीमत वसूली जाती है। यात्रियों की समस्या को देखते हुए रेलवे ने इसके लिए नई स्कीम बनाई और रेलवे में खाने की चीजों के बिल को अनिवार्य कर दिया। रेलवे ने साफ-साफ निर्देश दिए कि अगर यात्रियों को बिल नहीं मिलता है तो उन्हें खाने का बिल चुकाने की जरूरत नहीं है।
ट्रेनों में नोटिस लगाने की तैयारी
रेलवे ने नई पॉलिसी को लेकर ट्रेनों में नोटिस लगाने की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि यात्रियों में जागरुकता आ सके। इतना ही नहीं स्कीम पर निगरानी रखने के लिए रेलवे इंस्पेक्टरों को बहाल करने की भी तैयारी चल रही है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने खुद इस स्कीम को बारीकी से परखा और निगरानी रखी है। इतना ही नहीं रेलमंत्री ने ऐसे वेंडर्स की लिस्ट तैयार करने का निर्देश दिया है जो खाने का बिल देने से इंकार करते हैं। रेलमंत्री ने आदेश दिया है कि अगर कोई वेंडर खाने के बॉक्स के ऊपर कीमत को नहीं लिखता है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।