जम्मू कश्मीर के पुंछ और राजौरी में पाकिस्तान के जेट्स नहीं हुए दाखिल, रक्षा मंत्रालय ने दिया बयान
श्रीनगर। बुधवार को जम्मू में रक्षा प्रवक्ता ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है जिसमें पाकिस्तान की तरफ से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर वायुसीमा क्षेत्र के उल्लंघन की बात कही गई थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि जम्मू कश्मीर के राजौरी और पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान के फाइटर जेट्स ने भारत की वायुसीमा का उल्लंघन किया था, इसके बाद इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के जेट्स को रवाना किया गया था।
वायु सीमा क्षेत्र का उल्लंघन नहीं
रक्षा प्रवक्ता की ओर से कहा गया, 'आज राजौरी और पुंछ में पाकिस्तान ने वायुसीमा क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया है।' एक इंग्लिश चैनल की ओर से राजौरी और पुंछ में पाकिस्तान के जेट्स देखे जाने की बात कही गई थी। इस न्यूज चैनल ने दावा किया था कि पाकिस्तान ने भारत की वायुसीमा क्षेत्र का उल्लंघन करने की कोशिश की लेकिन आईएएफ के जेट्स की वजह से वह ऐसा करने में नाकाम रहा। इससे पहले रविवार को खबरें आई थीं कि पाकिस्तानी जेट्स पंजाब में इंटरनेशनल बॉर्डर के एकदम करीब देखे गए हैं। इन खबरों के मुताबिक पाकिस्तान के एफ-16 जेट्स बॉर्डर के करीब थे। इसके बाद आईएएफ ने सुखोई-30 और मिराज-2000 जेट्स को रवाना किया था।
ड्रोन के साथ रख रहे थे नजर
पाकिस्तान के जेट्स एक सर्विलांस ड्रोन के साथ उड़ रहे थे। पाक, ड्रोन भारतीय सेना के डेप्लॉयमेंट का पता लगाने आए थे। 26 फरवरी को बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी को पाकिस्तान के जेट्स भारत में दाखिल हुए और दोनों देश युद्ध की कगार पर पहुंच गए थे। बालाकोट एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों को निशाना बनाया गया था। इस स्ट्राइक को मिराज-2000 जेट्स ने अंजाम दिया था। 27 फरवरी को पाकिस्तान के जेट्स राजौरी के सुंदरबनी तक आ गए थे। पाक जेट्स का मकसद भारत के मिलिट्री संस्थानों को निशाना बनाना था।