निजामुद्दीन मरकज: पुलिस ने दिल्ली-यूपी मे तेज की मौलाना साद की तलाश, उसके वकील की ये गुजारिश
नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर जारी सरकारी निर्देशों को अनदेखा करते हुए देश की राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने की जुर्म में मौलाना साद के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही 28 मार्च, 2020 से मौलाना साद पुलिस से छिपते फिर रहे हैं। दिल्ली पुलिस को मौलाना साद के दिल्ली या पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिपे होने की जानकारी मिली है।
तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम से बवाल
गौरतलब है कि तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम मे देश-विदेश से आए हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया था। उस समय जब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार कड़े नियम लागू कर रही है, उसी दौरान मौलाना साद ने धार्मिक आयोजन कर के लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी है। तबलीगी जमात के कई लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाए जाने के बाद देश में कुल मामले बढ़कर 1965 हो गए हैं।
एफआईआर के बाद से फरार मौलाना साद
दिल्ली पुलिस ने निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख मौलाना साद का पता लगाने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मोहम्मद साद का पता लगाने के लिए कम से कम दो टीमें पश्चिमी यूपी में हैं, जबकि उसके करीबी रिश्तेदारों से पुलिस ने पूछताछ की है कि वह कहां है। साद के रिश्तेदारों के आवास भी खोजे गए हैं।
मस्जिदों में मौलाना साद की तलाश
क्राइम ब्रांच की एक अन्य टीम विभिन्न मस्जिदों और जगहों पर साद की तलाश कर रही है, जहां वह छिप सकता है। दिल्ली पुलिस द्वारा उसके मोबाइल फोन को ट्रेस करने का प्रयास भी विफल हो गया और एफआईआर दर्ज होने के बाद से उसका फोन बंद है। हाल ही में एक ऑडियो क्लिप में, साद को यह दावा करते हुए सुना गया कि वह क्वारंटाइन में है। क्राइम ब्रांच की एक तकनीकी टीम ने बुधवार को अपलोड किए गए साद के नए ऑडियो के आईपी एड्रेस को भी ट्रेस करना शुरू कर दिया है।
साद के वकील ने की ये अपील
दूसरी ओर तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद के वकील मुशर्रफ अली खान ने तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में पहुंचने वाले लोगों की अपील की है कि उन्हें आगे आना चाहिए और इसके बार में संबंधित अधिकारी को बताया चाहिए। उन्होंने कहा, 'जिम्मेदार नागरिकों के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम प्रशासन की मदद करें और उनके आदेशों का पालन करें।'