नित्यानंद: सूरज को उगने से रोक देने का दावा करने वाले
दक्षिण भारत के विवादित धर्म गुरू और एक वक़्त सेक्स सीडी के मामले में फंसने वाले और अपने को स्वामी नित्यानंद कहने वाले एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं. उनका आश्रम 'सर्वाज्ञपीठम' भी विवादों में हैं. ख़ुद को ईश्वर का अवतार बताने वाले नित्यानंद पर दो लड़कियों के कथित अपहरण और उन्हें बंदी बनाने का मामला दर्ज हुआ है. यह मामला अहमदाबाद ग्राणीण थाने में दर्ज हुआ है.
दक्षिण भारत के विवादित धर्म गुरू और एक वक़्त सेक्स सीडी के मामले में फंसने वाले और अपने को स्वामी नित्यानंद कहने वाले एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं. उनका आश्रम 'सर्वाज्ञपीठम' भी विवादों में हैं.
ख़ुद को ईश्वर का अवतार बताने वाले नित्यानंद पर दो लड़कियों के कथित अपहरण और उन्हें बंदी बनाने का मामला दर्ज हुआ है. यह मामला अहमदाबाद ग्राणीण थाने में दर्ज हुआ है.
पुलिस ने इस मामले में नित्यानंद के आश्रम की दो संचालिकाओं 'प्राणप्रिया' और 'तत्वप्रिया' को हिरासत में ले लिया है.
इस संबंध में जब हमने मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि इस केस में आईपीसी की धारा 365, 344, 323, 504, 506, 114 के तहत चाइल्ड लेबर, अपहरण और प्रताड़ना का केस दर्ज किया गया है.
हालांकि पुलिस अधिकारी ने इस बात का खंडन किया कि इस मामले के प्रकाश में आने के बाद से नित्यानंद फ़रार हैं. उन्होंने कहा कि नित्यानंद साल 2016 से ही बाहर हैं लेकिन वो कहां हैं, विदेश में या कहीं और... इसकी जांच चल रही है.
पुलिस ने बताया कि अहमदाबाद स्थित उनके आश्रम की ब्रांच को शुरू हुए ज़्यादा वक़्त नहीं हुआ है. फ़िलहाल जांच का दायरा अहमदाबाद तक ही है लेकिन गुजरात पुलिस उनके मुख्य आश्रम जो बेंगलुरु से कुछ दूरी पर है, वहां भी जा सकती है.
क्या है पूरा मामला?
लापता लड़कियों के अभिभावकों की ओर से गुजरात हाईकोर्ट में केस दर्ज कराया गया है. लड़कियों के माता-पिता का कहना है कि वर्ष 2012 में तमिलनाडु में नित्यानंद के आश्रम के द्वारा एक शैक्षणिक कार्यक्रम का संचालन किया गया था. जिसमें उन्होंने अपनी चार बेटियों को भी भेजा था. जिनकी उम्र सात से पंद्रह साल के बीच थी.
इस दंपती का आरोप है कि बाद में आश्रम ने ख़ुद से ही इन लड़कियों को आश्रम की अहमदाबाद स्थित ब्रांच भेज दिया था.
यह ब्रांच अहमदाबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल (ईस्ट) के कैंपस में स्थित है. पुलिस के साथ जब अपनी बेटियों को खोजने के लिए यह जोड़ा आश्रम की इस ब्रांच पहुंचा तो उन्हें ये बताया गया कि वहां उनकी सिर्फ़ दो ही बेटियां आई थीं जबकि दो अन्य बेटियों ने यहां जाने से इनकार कर दिया था.
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दंपती ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटियों का अपहरण हुआ है और उन्हें ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से बंदी बनाकर रखा गया है.
नित्यानंद और उनसे जुड़े विवाद
इससे पहले साल 2010 में स्वामी नित्यानंद के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी और अश्लीलता का मामला दर्ज किया गया था. उनकी एक कथित सेक्स सीडी भी सामने आई थी. इस कथित सेक्स सीडी में उन्हें एक दक्षिण भारतीय अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया था.
उसके बाद फॉरेंसिक लैब में जांच हुई तो पाया गया कि सीडी प्रामाणिक है. लेकिन नित्यानंद के आश्रम ने भारत में हुई जांच को ग़लत बताते हुए अमरीकी लैब में हुई जांच का हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि सीडी के साथ छेड़छाड़ हुई है.
हालांकि इस मामले में भी नित्यानंद को गिरफ़्तार किया गया लेकिन कुछ दिन बाद ही वो ज़मानत पर बाहर आ गए. इसके अलावा बेंगलुरु स्थित उनके आश्रम में भी एक बार रेड पड़ चुकी है. इस रेड में कई पैकेट कॉन्डम और गांजा बरामद हुआ था.
वर्ष 2012 में स्वामी नित्यानंद पर बलात्कार के आरोप भी लगे जिसके बाद उन्हें जेल की सज़ा सुनाई गई. उस विवाद के बाद भी वो फ़रार हो गए थे लेकिन पांच दिन बाद उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था.
जिस वक़्त वो फ़रार थे पुलिस ने उनके आश्रम की भी जांच की थी. जहां पुलिस को यह भी शिकायत मिली थी कि उन्होंने अपने अनुयायी के साथ बलात्कार किया है.
बलात्कार और दुष्कर्म के इन मामलों और आरोपों के अलावा भी वो कई बार अपने बयानों को लेकर भी विवादों में रहे.
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नित्यानंद ने एक बार दावा किया था कि वो बंदरों और दूसरे कुछ जानवरों को संस्कृत और तमिल बोलना सिखा सकते हैं. उन्होंने कहा था कि उन्होंने इसकी प्रमाणिक जांच भी कर रखी है.
वो अल्बर्ट आइंस्टाइन को भी चुनौती दे चुके हैं. उनका कहना था कि आइंस्टाइन का सिद्धांत ग़लत है. जिसके बाद वो काफ़ी ट्रोल भी हुए थे.
एक वायरल वीडियो में स्वामी नित्यानंद यह दावा करते हुए भी दिख रहे हैं कि उन्होंने बेंगलुरु में सूरज को 40 मिनट तक उगने से रोक दिया था.
इतना ही नहीं एक प्रवचन में भूतों से दोस्ती का भी दावा किया था.
एक ओर जहां वैज्ञानिक मंगल पर अभी जीवन तलाश रहे हैं वहीं नित्यानंद बहुत साल पहले यह दावा कर चुके हैं कि बहुत से ग्रहों पर जीवन है और वहां के लोग धरती पर एजुकेशनल टूर के लिए आते हैं.
नित्यानंद के इस तरह के दावों और प्रवचनों की लिस्ट बहुत लंबी है. एक दावा दीवार के आर-पार देखने का भी है.
हालांकि नित्यानंद को मानने वालों की संख्या हज़ारों में है जो सिर्फ़ भारत तक सीमित नहीं है. उन्हें मानने वाले विदेश में भी हैं और उनकी वेबसाइट पर यह दावा भी किया गया है कि उन्होंने 500 से ज़्यादा किताबें लिख रखी हैं.
क्या है नित्यानंद का परिचय?
नित्यानंद के अनुयायी हज़ारों की संख्या में हैं लेकिन जब हमने उनसे बात करने की कोशिश की तो किसी ने बात करने से साफ़ मना कर दिया. मूल रूप से तमिलनाडु में जन्मे नित्यानंद ख़ुद के भगवान होने का दावा करते हैं.
उनकी वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, यू-ट्यूब पर उनके 18 मिलियन से अधिक व्यूज़ हैं. दावा है कि उन्होंने 27 भाषाओं में 500 से अधिक किताबें लिखी हैं. दावा तो यह भी है कि वो यू-ट्यूब पर सबसे अधिक देखे जाने वाले आध्यात्मिक गुरू हैं.
वेबसाइट के मुताबिक़, नित्यानंद का जन्म एक जनवरी 1978 को हुआ. नित्यानंद के पिता का नाम अरुणाचलम और मां का नाम लोकनायकी बताया गया है. नित्यानंद का बचपन का नाम राजशेखरन था. नित्यानंद को अपने दादा जी से पूजा-पाठ और धार्मिक रुचि मिली. वही उनके पहले गुरु भी रहे.
पढ़ाई-लिखाई
नित्यानंद ने साल 1992 में अपनी स्कूली शिक्षा समाप्त की और उसके बाद साल 1995 में मेकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद 12 साल की उम्र में उन्होंने रामकृष्ण मठ में शिक्षा लेनी शुरू की.
उनके पहले आश्रम नित्यानंद ध्यानपीठम की स्थापना एक जनवरी 2003 में बेंगलुरु के पास बिदादी में हुई.
अहमदाबाद स्थित उनका यह आश्रम इसी आश्रम की एक ब्रांच है, जहां से लड़कियों के ग़ायब होने के मामले में केस दर्ज किया गया है.