राबड़ी देवी का दावा- नीतीश 2020 में तेजस्वी को CM और खुद को PM बनवाना चाहते थे
पटना। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को दावा किया कि, गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार वापस आना चाहते थे। उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार ने 2020 के विधानसभा चुनावों में अपने बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश की थी लेकिन एक शर्त पर अगर उन्हें आगामी लोकसभा चुनावों में महागठबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाता है। इस दावे के बाद राज्य की सियासत गर्मा गई है।
नीतीश को एनडीए में कोई महत्व नहीं मिल रहा है
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, एनडीए, प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी और भाजपा द्वारा नीतीश को महत्व नहीं दिया जा रहा है। वह भाजपा के दबाव में हैं, यही कारण है कि वह हमारे पास वापस आ रहे हैं। महागठबंधन से जदयू के अलग होने के बाद प्रशांत किशोर कम से कम पांच बार आए थे। नीतीश कुमार उनसे कहा था कि वह तेजस्वी को 2020 में मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं यदि हम (महागठबंधन) उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करें।
राफेल डील पर फ्रांस के अखबार का दावा, कांग्रेस ने मोदी पर लगाया बड़ा आरोप
मंजू वर्मा मामले में नीतीश कुछ नहीं कर रहे हैं
राबड़ी ने कहा कि, लालू जी यहां नहीं हैं, मैं फिर भी कह सकती हूं कि महागठबंधन में 400 सीटें आएंगी। लालू जी जेल में क्यों हैं? वे जेल में क्यों हैं? मंजू वर्मा मामले में वह(नीतीश कुमार) कुछ नहीं कर रहे हैं। चारा घोटाला में उनकी कोई संलिप्तता नहीं थी। उन्होंने गरीब लोगों को आवाज दी, लेकिन उनके शुक्रगुजार होने के बदले लोगों ने उन्हें घोटाले के लिए दोषी ठहराया। नीतीश कुमार को लेकर शुरू हुए इस विवाद की पृष्ठभूमि में लालू यादव के जीवन पर लिखी गई किताब 'गोपालगंज से रायसीना' है।
|
राबड़ी के बयान के बाद जदयू नेता प्रशांत किशोर ने पलटवार
राबड़ी देवी ने शुक्रवार को दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनके पति लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करके यह प्रस्ताव रखा था कि राजद और नीतीश कुमार के जद(यू) का विलय हो जाए और इस प्रकार बनने वाले नए दल को चुनावों से पहले अपना 'प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार' घोषित करना चाहिये। उन्होंने कहा कि अगर किशोर, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से इस प्रस्ताव को लेकर मुलाकात करने से इंकार करते हैं तो वह सफेद झूठ बोल रहे है। राबड़ी के बयान के बाद जदयू नेता प्रशांत किशोर ने पलटवार किया। किशोर ने ट्वीट कर कहा कि लालू जब चाहें, मेरे साथ मीडिया के सामने बैठ जाएं, सबको पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच क्या बात हुई और किसने किसको क्या ऑफर दिया।
पढ़ें बिहार की सियासत की गणित, जानें किसका पलड़ा रहेगा भारी