नीतीश का विपक्ष पर वार, बिहार की बेटी को हराने के लिए मैदान में क्यों उतारा?
नीतीश कुमार ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें 2019 की लड़ाई पर ध्यान दें और 2019 में जीत दर्ज कर 2022 में मीरा कुमार राष्ट्रपति बनाए।
नई दिल्ली। बिहार की बेटी को हराने के लिए राष्ट्रपति चुनाव के मैदान में उतारा गया है। ये कहना है बिहार के सीएम नीतीश कुमार का। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के घर रखी इफ्तार पार्टी से निकलने के बाद नीतीश कुमार ने विपक्ष को आड़े हाथो लिया और कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के मैदान में बिहार की बेटी मीरा कुमार को हारने के लिए क्यों उतारा गया है।
2012 में राष्ट्रपति क्यों नहीं बनाया?
नीतीश कुमार ने कहा कि जब यूपीए की सरकार थी तब मीरा कुमार को राष्ट्रपति क्यों नहीं बनाया गया। नीतीश कुमार ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें 2019 की लड़ाई पर ध्यान दें और 2019 में जीत दर्ज कर 2022 में मीरा कुमार राष्ट्रपति बनाए। वहीं नीतीश कुमार ने साफ किया की राष्ट्रपति चुनाव में वो रामनाथ कोविंद का समर्थन करेंगे साथ ही उन्होंने कहा कि इस बारे में लालू यादव को पहले ही बता दिया था।
जेडीयू स्वतंत्र रूप से फैसले करती है
लालू यादव की इफ्तार पार्टी से बाहर निकले नीतीश कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार का समर्थन को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने हर पहलू पर गौर करके रामनाथ कोविंद को समर्थन करने का फैसला किया है। 'जहां तक जेडीयू की बात है पार्टी स्वतंत्र निर्णय लेती है। पिछली बार जब प्रणव मुखर्जी और हामिद अंसारी उम्मीदवार थे तो बीजेपी के कुछ नेताओं ने उनके खिलाफ बयानबाजी की थी तो मैंने उसकी मुखालफत की थी। एनडीए में रहते हुए हमने उनका समर्थन किया था'
लालू को बताया था
नीतीश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने फैसले के बारे में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को पहले ही बता दिया था। साथ ही रामनाथ कोविंद के समर्थन करने की जानकारी लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी को भी दे दी थी। नीतीश ने जहां मीरा कुमार के अभी तक के कार्यों की प्रशंसा की वहीं रामनाथ कोविंद के बिहार के राज्यपाल के तौर पर के कार्यकाल को सराहा। नीतीश कुमार ने कहा कि उनका ये फैसला केवल राष्ट्रपति चुनाव के लिए है। मतलब उन्होंने बता दिया की अभी वो लालू यादव का साथ नहीं छोड़ने वाले हैं।
लालू ने बताया है ऐतिहासिक भूल
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आरजेडी और जेडीयू के बीच घमासान तेज होता जा रहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर से जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार को घेरा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जिस तरह से एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन कर रहे, ये उनकी ऐतिहासिक भूल है। साथ ही लालू यादव ने नीतीश कुमार से अपने फैसले पर फिर से विचार की अपील की है।