केंद्रीय मंत्रियों से नाराज नीतीश कुमार, बोले समाज को बांटने वाली नीति से समझौता नहीं कर सकता
इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें वोट की चिंता नहीं है, लेकिन वो वोट देने वालों की चिंता करते हैं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने ये जवाब अपने सहयोगी भाजपा के उन दो केंद्रीय मंत्रियों गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे को निशाना पर रखकर दिया गया है
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नई दिल्ली। केंद्र की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। खबर हैं कि बिहार के सीएम दो केंद्रीय मंत्रियों से नाराज चल रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को हर मसले पर अपना मौन धारण करने की नीति को खत्म करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि ना हम लोग भ्रष्टाचार से और ना ही समाज को बांटने और विभाजित करने वाली नीति के साथ समझौता कर सकते हैं। नीतीश कुमार ने अपने पार्टी दफ्तर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि वो सामाजिक और साम्प्रदायिक सद्भावना के पक्षधर हैं।
'गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे पर निशाना'
नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें वोट की चिंता नहीं है, लेकिन वो वोट देने वालों की चिंता करते हैं। माना जा रहा है कि नीतीश कुमार ने ये जवाब अपने सहयोगी भाजपा के उन दो केंद्रीय मंत्रियों गिरिराज सिंह और अश्विनी चौबे को निशाना पर रखकर दिया गया है जिन्होंने बिहार में सांप्रदायिक बाते कि है। गिरिराज सिंह ने दरभंगा में एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ नारा लगाने के लिए लोगों को उकसाया और वीडियो वायरल होने के बाद ट्वीट भी किया। वहीं, शनिवार को केंद्रीय मंत्री चौबे के बेटे अभिजीत सास्वत ने एक जुलूस निकाला, जिससे भागलपुर सागर में साम्प्रदायिक तनाव फैला। सोमवार को इन दोनों मंत्रियों के इस्तीफे की मांग को लेकर बिहार विधानसभा की कार्रवाई कई बार स्थगित करनी पड़ी।
पासवान के बयान का समर्थन
नीतीश ने भाजपा का बिना नाम लिए सलाह दिया और कहा कि प्रेम सहिष्णुता और सद्भावना से देश आगे बढेगा। नीतीश के रूख से साफ है कि वो भाजपा के साथ गठबंधन पर सभी मुद्दों से संतुष्ट नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह संदेश भेजा है कि उनके धैर्य की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए।केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भाजपा को अल्पसंख्यकों के बारे में पर्सेप्शन बदलने की सलाह दी थी। पासवान के इस बयान के एक दिन बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके समर्थन में सामने आए। नीतीश ने सोमवार को कहा कि रामविलास पासवान अगर कुछ बोल रहे हैं तो बिना सोचे समझे नहीं बोलेंगे। नीतीश ने पासवान की बात पर मुहर लगाते हुए कहा कि उनकी उनके साथ बातचीत हुई है। अल्पसंख्यक कल्याण के लिए जो काम हो रहा है इस पर भी चर्चा हुई है और उन्होंने सारे दस्तावेज भी दिए हैं।
विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी
एनडीए की सहयोगी पार्टी जदयू ने सोमवार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा, हम पिछले 10 साल से बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इसकी लगातार मांग कर रहे हैं और इस मुद्दे को छोड़ेंगे नहीं। कुछ लोगों ने इस अर्थ लगाया कि हम इस मुद्दे पर चुप हैं, लेकिन हम हर रोज इसके बारे में बात नहीं करना चाहते हैं।
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