नितिन गडकरी ने बताया क्यों बुआ-भतीजा आए साथ, विपक्ष को दी खुली चुनौती
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने तीखा हमला बोला है। उन्होंने सपा-बसपा के गठबंधन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अगर भाजपा मजबूत नहीं होती तो सपा-बसपा के बीच गठबंधन नहीं होता। गडकरी ने कहा कि अगर भाजपा मजबूत नहीं होती तो आखिर क्यों भतीजा बुआ के पास जाता। उन्होंने कहा कि भाजपा मां, बेटे, पिता बेटे या फिर किसी परिवार की पार्टी नहीं है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए गडकरी ने कहा कि कांग्रेस ने हमारे बारे में गलत धारणा लोगों के बीच स्थापित की है कि भाजपा सांप्रदायिक दल है और वह सिर्फ उपरी जाति के लोगों को प्रतिनिधित्व करती है, दलितों के हित के लिए काम नहीं करती है।
लोगों को भ्रमित किया जा रहा
गडकरी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीति में यह नया सिद्धांत है कि या तो लोगों को अपने पक्ष में करो या फिर उन्हें भ्रमित करो, जब आप लोगों को अपने पक्ष में नहीं कर पाते हैं तो आप लोगों को भ्रमित करना शुरू कर देते हैं। कांग्रेस के साथ जो दल भाजपा और आरएसएस का विरोध करते हैं उन लोगों ने यह गलत धारणा स्थापित की है कि भाजपा दलित विरोधी पार्टी है और वह सिर्फ सवर्ण जाति के लोगों का प्रतिनिधित्व करती हैं, जोकि पूरी तरह से गलत है।
पूरी लगन से जुट जाएं
केंद्रीय मंत्री ने भाजपा के कार्यकर्तां से कहा कि वह 2019 में एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने का संकल्प लें। भाजपा की वजह से ही तमाम विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा एक बार फिर नरेंद्र मोदी को पीएम बनाने के लिए पूरी लगन के साथ मेहनत करेगी। कार्यकर्ताओं से गडकरी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि आप लोग यह संकल्प लें कि एक बार फिर से भाजपा को पूर्ण बहुमत से जीत दिलाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे और पिछड़े वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए, देश को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए और ताकतवर बनाने के लिए भाजपा को जिताएंगे।
विपक्ष पर बोला हमला
नितिन गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कहा था कि इसकी जिम्मेदारी शीर्ष नेतृत्व को लेनी चाहिए। हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि वह पार्टी के नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। गडकरी ने विपक्षी दलों के गठबंधन पर कहा कि यह कोई बुरी बात नहीं है बल्कि अच्छे काम की वजह से दुश्मनों की चुनौती मिलती है। जो लोग एक दूसरे से आंख मिलाकर देखना पसंद नहीं करते, चुनाव हार चुके हैं वह साथ आ रहे हैं।
जिसे भी एक साथ आना है आ जाए
गडकरी ने कहा कि जो भी भाजपा के खिलाफ एक साथ आना चाहता है, एक साथ आ जाइए, इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा इन लोगों को हार का मुंह दिखाएगी। आपको बता दें कि हाल ही में यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन हुआ है। जबकि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने विशाल रैली का आयोजन किया था, जिसमे तमाम दलों के नेताओं ने शिरकत की थी।
इसे भी पढ़ें- मौसम के मिजाज में आई गर्माहट, दो दिनों में दिल्ली-NCR में बारिश का अनुमान