ट्रांसजेंडर बच्चे पैदा कर सकता, लेकिन यह योजना सफल नहीं हो सकती- नितिन गडकरी
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। गडकरी ने महाराष्ट्र में सरकार की सिंचाई योजना पर तंज कसते हुए कहा कि मुमकिन है कि ट्रांसजेंडर बच्चे पैदा कर दें लेकिन महाराष्ट्र के सांगली जिले में सरकार की सिंचाई योजना को कभी पूरा नहीं किया जा सकता है। गौर करने वाली बात यह है कि गडकरी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया था कि मीडिया उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करती है जिससे कि उनके और पार्टी के बीच दरार बढ़े।
नहीं सफल हो सकती है योजना
एक रैली को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि तेंभु की आर्थिक व्यवहारिकता को देखते हुए यहां कि लिफ्ट सिंचाई योजना इतनी मुश्किल थी कि मैंने खुद इसको लेकर चिंता जाहिर की थी। मैंने कहा था कि ट्रांसजेंडर के बच्चे हो सकते हैं लेकिन यह सिंचाई योजना कभी पूरी नही हो सकती है। आपको बता दें कि लिफ्ट सिंचाई योजना के तहत पानी को कृष्णा नदी से सांगली जिले में खेतों तक पहुंचाया जाता है, जिससे कि यहां फसल की पैदावार बेहतर हो।
क्या है योजना
गौरतलब है कि तेंभु लिफ्ट सिंचाई योजना को 1996 में हरी झंडी दी गई थी, जिसकी कुल लागत 1416.59 करोड़ रुपए थी। इसके तहत कुल 22.12 टीएमसी पानी कृष्णा नदी से 80472 हेक्टेयर खेतों तक पहुंचाना था। इसे सतारा, सांगली और सोलापुर जिले में पहुंचाया जाना था। गडकरी ने कहा कि नेतृत्व में इस बात की हिम्मत होनी चाहिए कि वह अपनी विफलता का भी श्रेय ले। जिस तरह से भाजपा की राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हार हुई है उसके बाद गडकरी का यह बयान पार्टी की मुश्किल को बढ़ा सकता है।
पहले भी खड़ी की मुश्किल
गौरतलब है कि इससे पहले भी गडकरी ने कहा था कि 'नेतृत्व' को 'हार और विफलताओं' की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए, सफलता के कई दावेदार होते हैं लेकिन विफलता में कोई साथ नहीं होता. सफलता का श्रेय लेने के लिये लोगों में होड़ रहती है लेकिन विफलता को कोई स्वीकार नहीं करना चाहता, सब दूसरे की तरफ उंगली दिखाने लगते हैं और आपस में दोषा रोपण करने लगते हैं, जो कि सही नहीं है।
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