नितिन गडकरी ने बताई पिछ्ले पांच साल की अपनी सबसे बड़ी नाकामी
नई दिल्ली। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं का काम ना होना वो अपनी एक बड़ी असफलता मानते हैं। एचटी मिंट आइडिया इनवेस्टमेंट समिट में बोलते हुए गडकरी ने कहा कि बहुत से काम सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में हुए हैं। जिसकी उन्हें खुशी है लेकिन बतौर मंत्री मैं मानता हूं कि दुर्घटनाओं का ना रुक पाना हमारी बड़ी नाकामयाबी है।
नितिन गडकरी से कार्यक्रम में उनके मंत्रालय की असफलता को लेकर हुए सवाल पर उन्होंने कहा, 5 साल के कार्यकाल में मेरी सबसे बड़ी नाकामयाबी ये हैं कि मैं सड़क दुर्घटनाओं को कम नहीं कर सका। दुर्घटनाओं की स्थिति जस के तस बनी हुई है। थोड़ा-बहुत फर्त पड़ा है लेकिन ये कोई बदलाव जैसी चीज नहीं है। अभी स्थिति बहुत खराब है। हर साल 5 लाख दुर्घटनाएं और 1.5 लाख मौतें होती हैं। हालांकि पिछले 3 महीनों में दुर्घटनाओं और मौतों का आंकड़ा पहली बार घटा है।
गडकरी ने कहा कि मुझे अच्छा लगता है कि मेरे विभाग में सब कुछ ठीक है लेकिन पिछले 5 सालों में हम दुर्घटनाएं कम करने में असफल रहे। इसका दुख भी है, हम दुर्घटनाओं के चलते अपनी जीडीपी का 2 प्रतिशत खो रहे हैं। गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों को बढ़ाने पर उनका काफी जोर है, ये दु्र्घटनाओं को कम करने में अहम हो सकता है।
गडकरी ने कहा कि देश में केवल 96,000 किलोमीटर ही नेशनल हाइवे हैं। ऐसे में देखा जाए तो देश का 40 प्रतिशत ट्रैफिक देश की 2 प्रतिशत सड़कों पर होता है। ऐसे में मेरा मंत्रालय नेशनल हाइवे को 2 लाख किलोमीटर तक बढ़ाने के लिए काम कर रहा है। नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले पांच सालों में हाईवे का जाल बिछाने का काम कर दिया जाएगा, जिससे लोगों को सहूलियत भी मिलेगी और हादसों में भी कमी आएगी।