नितिन गडकरी के दिल पर लग गई सेक्रेटरी की बात तो तोड़ डाला प्रोटोकॉल
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नई दिल्ली। विज्ञान भवन में पहली ग्लोबल मोबिलिटी समिट 'MOVE'का आयोजन हो रहा है। नीति आयोग की ओर से आयोजित इस समिट का पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उद्घाटन किया। कार्यक्रम में बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपनी इलेक्ट्रिक कारों के मॉडल पेश किए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में 'क्लीन मोबिलिटी' पर खासा जोर दिया। आमतौर पर पीएम नरेंद्र मोदी जिस कार्यक्रम में शिरकत करते हैं, उसमें किसी और का चर्चा में आना बड़ा ही मुश्किल होता है, लेकिन ग्लोबल मोबिलिटी समिट 'MOVE'में कुछ ऐसा ही हो गया। यहां पीएम मोदी से सुर्खियां बटोर ले गए उन्हीं की सरकार में केंद्रीय रोड ट्रांसपोर्ट और हाई-वे मंत्री नितिन गडकरी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, चर्चा का विषय रहा नितिन गडकरी के सेक्रेटरी का समिट में उनसे पहले आकर संबोधन देना। मतलब बड़े दिलवाले नितिन गडकरी ने प्रोटोकॉल तोड़कर अपने सेक्रेटरी को खुद से पहले संबोधन करने के लिए भेज दिया।
ग्लोबल मोबिलिटी समिट में कुछ इस तरह टूटा प्रोटोकॉल
ग्लोबल मोबिलिटी समिट में मंच पर संबोधन के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का नाम पुकारा गया, लेकिन उन्होंने बोलने से इनकार कर दिया। गडकरी ने कहा कि वह अपने मंत्रालय के सेक्रेटरी वाईएस मलिक के बाद संबोधन करेंगे। मतलब प्रोटोकॉल तोड़ दिया गया। विज्ञान भवन में जिस गडकरी ने ऐसा किया उस वक्त ऑटो-मोबाइल सेक्टर की बड़ी -बड़ी कंपनियों के सीईओ से लेकर कई हस्तियां मौजूद थीं। गडकरी की बात सुनते ही सभी लोग जोर से हंसने लगे।
गडकरी ने आखिर सेक्रेटरी को पहले संबोधन के लिए क्यों कहा
नितिन गडकरी ने सेक्रेटरी वाईएस मलिक को पहले संबोधन के लिए क्यों कहा, इस बात का खुलासा खुद वाईएस मलिक ने ही किया। वाईएस मलिक ने कहा, 'कुछ मिनट पहले मैंने नितिन गडकरी से मजाक में कहा कि मंत्री के संबोधन के बाद सेक्रेटरी के पास बोलने के लिए रह ही क्या जाता है? सेक्रेटरी की यह बात सुनकर गडकरी ने फैसला कर लिया कि वह उनके बाद ही संबोधन करेंगे। गडकरी ने ऑर्गनाइजर्स को बताया कि वह वाईएस मलिक के संबोधन के बोलेंगे और जो बात मलिक कहेंगे, उसी को आगे बढ़ाएंगे।
2019 के बाद बिना सेफ्टी फीचर सड़क पर नहीं उतरेगी कोई कार
ग्लोबल मोबिलिटी समिट 'MOVE' का उद्घाटन 7 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया। यह 8 सितंबर तक चलेगा। कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने 'क्लीन मोबिलिटी' पर जोर दिया। पीएम मोदी और नितिन गडकरी ने दोनों ने समिट में दावा किया कि 2019 के बाद सेफ्टी फीचर के बिना कोई कार सड़क पर नहीं उतरेगी। इसके साथ ही सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले पांच वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत तक पहुंचाना। ग्लोबल मोबिलिटी समिट 'MOVE' में हुंडई मोटर्स ने कोना नाम इलेक्ट्रिक कार तो निसान ने लीफ इलेक्ट्रिक कार पेश की। कार्यक्रम में महिंद्रा ने इलेक्ट्रिक थ्री व्हीलर्स पेश किया।