'क्या केवल मोदी शाह की पार्टी है भाजपा', सवाल पर नितिन गडकरी ने दिया ये जवाब
नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी(Nitin gadkari) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP)के व्यक्ति-केन्द्रित पार्टी बन जाने की धारणा को खारिज कर दिया है। गडकरी ने कहा कि, बीजेपी विचारधारा पर आधारित पार्टी है। उन्होंने कहा कि यह पार्टी ना कभी केवल अटल जी की बनी, न कभी अडवाणी जी की और न ही यह कभी केवल अमित शाह (Amit shah) या नरेंद्र मोदी (Narendra modi)की पार्टी बन सकती है। यह कहना गलत है कि, बीजेपी मोदी-केन्द्रित पार्टी बनकर रह गई है।
'बीजेपी ना कभी अटल बनी और ना कभी शाह-मोदी की पार्टी बनेगी'
बीजेपी नेता गडकरी से जब 23 मई को आने वाले चुनावों के परिणामों के लेकर पूछा गया तो उन उन्होंने इस बात से आशंकाओं से साफ इंकार कर दिया कि, लोकसभा चुनावों में खंडित जनादेश आएगा। गडकरी ने कहा कि, इस चुनाव में भाजपा को पिछली बार से भी अधिक सीटें मिलेंगी। गडकरी ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि, क्या भाजपा में 'इंदिरा इज इंडिया एन्ड इंडिया इज इंदिरा' की तर्ज पर 'मोदी ही भाजपा और भाजपा ही मोदी' वाली स्थिति हो गयी है। यह विचार गलत है कि, बीजेपी मोदी केंद्रित पार्टी बन गई है। तो इस पर गडकरी ने कहा, भाजपा जैसी पार्टी व्यक्ति-केन्द्रित कभी नहीं हो सकती है। यह विचारधारा पर आधारित पार्टी है। हमारी पार्टी में किसी एक परिवार राज नहीं हो सकता। पार्टी का संसदीय दल है जो सभी अहम फैसले करता है।
अगर पार्टी मजबूत हो और नेता मजबूत ना हो तो नहीं जीत सकते हैं
उन्होंने कहा कि, अगर पार्टी मजबूत हो और नेता मजबूत ना हो तो नहीं जीत सकते हैं। इसी तरह नेता मजबूत हो और पार्टी मजबूत ना तो भी काम नहीं चलेगा। हां, ये बात सही है कि जो सबसे लोकप्रिय जननेता होता है वह स्वाभाविक रूप से नेतृत्व बनकर उभरता है। गडकरी ने उस आरोप को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा है कि, बीजेपी इस चुनाव में विकास और अपने काम की बजाय राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव में जातिवाद और सांप्रदायिकता का जहर घोल कर हमारे विकास के एजेंडे को बदलने की कोशिश विरोधियों ने की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर TIME मैगजीन की आपत्तिजनक हेडलाइन, लिखा ‘India's divider in chief'
राष्ट्रवाद हमारी आत्मा है
गडकरी ने कहा, जहां तक राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाने की बात है तो यह हमारे लिये मुद्दा नहीं है, यह हमारी आत्मा है। हम बेहतर शासन-प्रशासन और विकास हमारा मिशन है और समाज में शोषित वर्ग को केन्द्रबिंदु मानकर उन्हें रोटी, कपड़ा और मकान मुहैया करानाबी हमारा उद्देश्य है। प्रधानमंत्री के भाषणों में पाकिस्तान और सेना का बार-बार जिक्र करने का बचाव करते हुए गडकरी ने कहा, दरअसल हाल ही में पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों का जवाब भारत को देना पड़ा। ये विषय जब सामने आये तो आंतरिक और बाह्य सुरक्षा से जुड़े इस विषय पर चर्चा होना स्वाभाविक है।
एक क्लिक में जानें अपने लोकसभा क्षेत्र के जुड़े नेता के बारे में सबकुछ