नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने दी सफाई, कहा-सरकार कड़े कदम उठा रही है
नई दिल्ली: नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अर्थव्यवस्था को लेकर दिए गए अपने बयान पर शुक्रवार दोपहर बाद सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैं मीडिया से आग्रह करता हूं मेरे बयान को गलत ढंग से दिखाना बंद करे। अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार कड़े कदम उठा रही है और ऐसा आगे भी करती रहेगी। गौरतलब है कि गुरुवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि देश में 70 साल में अब तक नकदी का ऐसा संकट नहीं देखा गया है। सरकार के लिए यह अप्रत्याशित समस्या है। कोई भी किसी पर यकीन नहीं कर रहा है। इसलिए कैश पर बैठ गए हैं और कोई भी बाजार में पैसा नहीं निकाल रहा है।
राजीव कुमार की सफाई
राजीव कुमार की सफाई देते हुए शुक्रवार को ट्वीट किए। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अर्थव्यवस्था में जिंदादिली लाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। लोगों को यह भरोसा करना चाहिए कि स्थिति को संभालने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। गुरुवार को राजीव कुमार ने अपने बयान में नकदी के संकट की बात तो की थी। लेकिन इसके लिए यूपीए के कार्यकाल को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि साल 2009 से 2014 के दौरान बिना सोच-विचार के कर्ज बांटा गया, जिससे साल 2014 के बाद एनपीए में बढ़ोतरी हुई।
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'मीडिया से की अपील'
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने दूसरे ट्वीट में कहा कि मैं मीडिया से आग्रह करता हूं मेरे बयान को गलत ढंग से दिखाना बंद करे। अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार कड़े कदम उठा रही है और ऐसा आगे भी करती रहेगी। किसी भी तरह से घबराने और घबराहट माहौल पैदा करने की जरूरत नहीं है।
गुरुवार को क्या कहा था?
राजीव कुमार ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि देश में 70 साल में अब तक नकदी का ऐसा संकट नहीं देखा गया है। सरकार के लिए यह अप्रत्याशित समस्या है। कोई भी किसी पर यकीन नहीं कर रहा है। इसलिए कैश पर बैठ गए हैं और कोई भी मार्केट में पैसा नहीं निकाल रहा है। राजीव ने कहा कि एनपीए बढ़ने के कारण अब बैंकों के नया कर्ज देने की क्षमता घट गई है।
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