नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने राहुल गांधी की इनकम स्कीम पर उठाए सवाल, बोले-चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ये करती है
नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के 5 करोड़ परिवारों को 72000 रुपया सालाना देने के चुनावी वादे को लेकर नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने सवाल उठाए हैं। राजीव कुमार ने कहा कि राहुल की घोषणा की आलोचना की है। उन्होनें कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतने के पहले भी ऐसे वादे करते रहते हैं। राजीव कुमार ने कहा कि मिनिमम इनकम गारंटी योजना देश की जीडीपी का 2 प्रतिशत हिस्सा लेगी और कुल बजट का 13 प्रतिशत हिस्सा उसमें चला जाएगा।
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'चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कह सकते हैं'
एनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक राजीव कुमार ने कहा कि ये पुराना तरीका है, जो कांग्रेस फॉलो कर रही है। वो चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कह सकते हैं और कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने 1966 में गरीबी हटा दी गई। वन रैंक वन पेंशन बाद में लागू किया गया, सभी को शिक्षा का अधिकार के तहत उचित शिक्षा मिली! तो आप देखते हैं कि वो कुछ भी कह और कर सकते हैं।
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'राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था के बारे में नहीं सोचा'
राजीव कुमार ने कहा कि साल 2008 में चिदंबरम जी ने राजकोषीय घाटे को 2.5% से 6% तक लेकर आए थे। यह उस पैटर्न का अगला चरण है। राहुल गांधी जी ने अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव के बारे में सोचे बिना इसकी घोषणा की हैय़ हम इस योजना की वजह से चार कदम पीछे जाएंगे।
राहुल ने किया गरीबों को 72000 देने का वादा
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र में सत्ता में आने पर पांच करोड़ गरीब परिवारों को न्यूनतम आय गारंटी के तहत सालाना 72,000 रुपये देने के वादा किया। उन्होंने कहा कि इससे करीब 25 करोड़ लोगों को फायदा होगा। हमने इसके बारे में तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि जब मोदी सरकार अमीरों को सब्सिडी दे सकती है तो हम गरीबों को पैसा क्यों नहीं दे सकते हैं। किसानों को मोदी सरकार की ओर से घोषित छह हजार रुपये की मदद पर राहुल ने कहा कि किसानों को 3.5 रुपये प्रति दिन दिए जाते हैं और प्राईवेट हवाई जहाज़ वालों को करोड़ों रुपये दे दिए जाते हैं।