बेरोजगारी डेटा पर नीति आयोग ने दी सफाई, कहा- सरकार ने नहीं जारी किया कोई आंकड़ा
नई दिल्ली। बेरोजगारी को लेकर आए नेशनल सेंपल सर्वे ऑफिस (NSSO) के आंकड़ों के बाद मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। अब इस मामले पर नीति आयोग ने सफाई दी है कि, सरकार की ओर से रोजगार के मुद्दे पर किसी भी तरह की कोई रिपोर्ट या डेटा जारी नहीं किया गया है। यह अभी भी प्रोसेस में हैं। जब डेटा तैयार हो जाएगा तो हम इसे जारी करेंगे। बता दें कि, इस सर्वे के मुताबिक देश में रोजगार की हालत पिछले 45 सालों में सबसे खराब है।
राजीव कुमार ने कहा कि, डेटा संग्रह विधि अब अलग है। हम नए सर्वेक्षण में एक कंप्यूटर असिस्टेंस का उपयोग कर रहे हैं। दो डेटा सेट की तुलना करना सही नहीं है। यह डेटा सत्यापित नहीं है। इस रिपोर्ट को अंतिम रूप में उपयोग करना सही नहीं है।
राहुल गांधी ने दावा किया कि हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा करने वाले प्रधानमंत्री का रिपोर्ट कार्ड 'राष्ट्रीय त्रासदी' के रूप में सामने आया है। राहुल ने ट्वीट कर कहा, 'नौकरी नहीं है। फ्यूहरर (हिटलर) ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था। 5 साल बाद रोजगार सृजन पर लीक हुई रिपोर्ट से राष्ट्रीय त्रासदी सामने आई है।' उन्होंने दावा किया, 'बेरोजगारी की दर 45 वर्षों के सबसे उच्चतम स्तर पर है। 2017-18 में 6.5 करोड़ युवा बेरोजगार थे।'
NSSO सर्वे: बेरोजगारी ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड, नोटबंदी के बाद छुआ 6.1% का आंकड़ा