VIDEO: प्रेस कॉन्फ्रेस में कर्नाटक के मंत्री पर भड़कीं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, सरकार ने दी सफाई
नई दिल्ली। विदेश मंत्री निर्मला सीतारमण कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र कोडागू में शुक्रवार को सेना द्वारा राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए गई थीं। कोडागू में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण कर्नाटक के मंत्री महेश पर भड़क उठीं। दरअसल उनसे कहा गया कि वक्त की कमी के चलते कॉन्फ्रेंस को जल्द खत्म करना होगा। वहीं रक्षामंत्री का कहना था कि वे तयशुदा और दिए गए वक्त के हिसाब से ही काम कर रही हैं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला प्रभारी मंत्री महेश ने उनसे कहा कि समीक्षा बैठक के लिए अधिकारी उनका इंतजार कर रहे हैं और उन सबको पुनर्वास कार्य के लिए जाना है। उन्होंने कहा कि वह पहले अधिकारियों से बात कर लें, जिसपर सीतारमण राजी भी हो गयीं। प्रेस कांफ्रेस के लिए पहुंची सीतारमण कैमरे में यह कहते हुए सुनी जा सकती हैं कि, मैंने प्रभारी मंत्री के कहे के हिसाब से किया। यहां केंद्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री को फॉलो कर रहे हैं। अद्भुत! आपके पास मेरे लिए मिनट-मिनट की लिस्ट है...मैं आपके कार्यक्रम के हिसाब से काम कर रही हूं।
इतना नहीं जिसके बाद मंत्री ने उनसे कहा कि, उनकी बाद कैमरे पर रिकॉर्ड हो रही है। इसके बाद वह दोबारा मंत्री भर भड़क गईं। निर्मला सीतारमण ने कैमरों को देखते हुए कहा, 'इसे रिकॉर्ड होने दो।' जब उनसे मीडियाकर्मियों ने माइक पर बोलने के लिए कहा गया तो उन्होंने बोला, 'आप जो चाहते हैं उसे रिकॉर्ड कर लीजिए।'
इस घटना पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के कोडगू दौरे पर नाराजगी जाहिर की है। सिद्धारमैया ने कहा , 'वह हमारे मंत्री पर हावी हो रहीं थीं। सिद्धारमैया ने ट्वीट कर लिखा कि, 'रिलीफ फंड जारी करने में मैं प्रधानमंत्री कार्यालय के सौतेले व्यवहार की निंदा करता हूं। हमें उम्मीद थी कि पीएम नरेंद्र मोदी नुकसान का जायजा लेने आएंगे, जबकि रक्षा मंत्री को भेजा गया जो हमारे राज्य मंत्री पर हावी होने की कोशिश कर रही थीं। यह कर्नाटक के प्रति बीजेपी की उदासीनता प्रकट करता है।
वहीं इस मामले पर सफाई देते हुए भारत सरकार ने रक्षा मंत्री के कोडगू दौरे को लेकर कहा है कि व्यक्तिगत टिप्पणी की वजह से वह अधिकारी पर गुस्सा हुई थीं। सरकार का कहना है कि परिवार शब्द का भी गलत अर्थ निकाला गया। उन्होंने एक्स-सर्विसमेन को भी रक्षा मंत्रालय परिवार का हिस्सा बताया था।
वहीं कर्नाटक की डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने कहा कि, निर्मला सीतारमण एक जिम्मेदार मंत्री हैं। उन्हें हम सबका नेतृत्व करना चाहिए। उन्हें तो हमारे राज्य के सभी सांसदों को ले जाकर प्रधानमंत्री से मिलवाना चाहिए और कोडागू के लिए पर्याप्त फंड मुहैया कराना चाहिए। उन्हें हमारे जिला प्रभारी मंत्री से उलझने से क्या मिलता है?
AAP से इस्तीफा देने के बाद मीडिया के सामने आए आशीष खेतान, बताया अब क्या है अगली मंजिल