जीएसटी को आप नकार नहीं सकते हैं, अब यह देश का कानून है: निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी को लेकर उठ रहे सवालों के बीच बड़ी बात कही है। दरअसल पुणे में जब वह तमाम उद्योगपतियों, सीए और तमाम लोगों से एक कार्यक्रम के दौरान बात कर रही थीं तो जीएसटी को लेकर उनसे एक सवाल पूछा गया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि जीएसटी अब कानून है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम जीएसटी को नकार नहीं सकते हैं, इसे देश की संसद और प्रदेश की विधानसभाओं में पास किया गया है। मुमकिन है कि आपको इसकी वजह से कुछ दिक्कत हो रही हो, लेकिन माफ कीजिए अब यह देश का कानून है।
आप खारिज नहीं कर सकते
निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस देश में काफी लंबे समय के बाद, तमाम राजनीतिक दलों, राज्य सरकारों से बात करने के बाद हम इसे लाए हैं। लेकिन अगर आप अब इसे कहते हैं कि यह बेकार है और यह आपको संतुष्ट नहीं करता है,तो मुझे माफ करिए। मैं चाहती हूं कि जीएसटी में अगर कुछ दिक्कत है तो आप उसका समाधान हमे बताइए, हमे सुझाव दीजिए, लेकिन अगर आप इसे खारिज करेंगे तो, मुझे माफ करिए, मैं आपसे कहना चाहती हूं कि यह देश कानून है। अगर आप लोगों को कोई दिक्कत है तो आप लोग मेरे पास आ सकते हैं, आपके कुछ सुझाव हो दे सकते हैं।
सितंबर माह में जीएसटी कलेक्शन कम
बता दें कि जीएसटी कलेक्शन के मोर्चे पर मोदी सरकार को सितंबर महीने में भी झटका लगा है। राजस्व विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में कुल 91,916 करोड़ रुपए का जीएसटी कलेक्शन हुआ है। यह अगस्त की तुलना में 6,286 करोड़ रुपए कम है। अगस्त में जीएसटी संग्रह 98,202 करोड़ रुपए रहा था। रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर में संग्रहित जीएसटी में सीजीएसटी की हिस्सेदारी 16,630 करोड़ रुपए रही।
कम हुआ जीएसटी कलेक्शन
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा, सितंबर में कुल सकल जीएसटी संग्रह 91,916 करोड़ रुपये रहा। इसमें सीजीएसटी 16,630 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 22,598 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 45,069 करोड़ रुपये (22,097 करोड़ रुपये आयात पर जुटाए गए) और उपकर का हिस्सा 7,620 करोड़ रुपये (728 करोड़ रुपये आयात पर जुटाया गया) रहा। एक साल पहले समान महीने (सितंबर, 2018) में जीएसटी संग्रह 94,442 करोड़ रुपये रहा था।
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