रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया आखिर क्यों HAL को नहीं दी गई राफेल डील
नई दिल्ली। राफेल डील डील को लेकर कांग्रेस लगातार देश के प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री पर निशाना साध रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार राफेल डील को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने एचएएल के कर्मचारियों से मुलाकात करके मांग की कि रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को एचएएल के कर्मचारियों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने एचएएल के अनुभव पर सवाल खड़ा किया है। लेकिन राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए रक्षामंत्री ने राहुल गांधी को आईना दिखाया है।
और भी देरी हो सकती थी
रक्षामंत्री ने कहा कि राहुल गांधी एचएएल को डील नहीं दिए जाने की बात करते हैं, लेकिन उनकी सरकार ने ही एचएएल की अनदेखी की। रक्षामंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में एचएएल को 40 लाइट कॉबैट एयरक्राफ्ट बनाने का काम दिया गया था। इसमे कोई संदेह नहीं है कि एचएएल काफी बढ़िया गुणवत्ता के एलसीए का निर्माण कर रही है। लेकिन एक साल में सिर्फ 8 एयरक्राफ्ट ही एचएएल तैयार कर पा रही है, ऐसे में अगर एचएएल को राफेल बनाने का काम दिया जाता तो इसके तैयार होने में और भी देरी हो सकती थी।
इस वजह से नहीं दी राफेल डील
निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एचएएल के निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए काफी अहम कदम उठाए और किस तरह से हर साल 8 की बजाए 16 एयरक्राफ्ट तैयार हो इसके लिए तमाम मदद मुहैया कराई। पीएम मोदी ने एचएएल को बेहतर टेक्निशियन, एयरक्राफ्ट को बनाने के लिए और बड़ी जगह सहित तमाम मदद मुहैया कराया। रक्षामंत्री ने कांग्रेस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस एचएएल को बेहतर करना चाहती थी तो उसने इसे बेहतर बनाने के आखिर 10 साल तक कोई प्रयास क्यों नहीं किया।
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राहुल गांधी ने साधा निशाना
गौरतलब है कि राहुल गांधी एचएएल का दौरा किया इसके बाद उन्होंने कहा कि एचएएल रक्षा उपकरण बनाने में भारत की बेहतरीन और सबसे अनुभवी कंपनी है। सरकार में बैठे लोगों ने एचएएल के कर्मचारियों के कामकाज पर सवाल उठाकर उनके काम और देशभक्ति पर सवाल उठाया है। ये उनकी तौहीन है। ह
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