निर्भया की मां की वकील ने कहा- इस बार फाइनल होगी चारों दोषियों की फांसी की तारीख
नई दिल्ली। निर्भया की मां की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा है कि वो नए डेथ वारंट जारी करने के लिए वो कोर्ट से अपील करेंगे। बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्भया गैंगरेप केस में दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका खारिज कर दी है। दया याचिका खारिज होने के बाद सीमा ने कहा कि हम अब चारों दोषियों को फांसी की नई तारीख तय किए जाने के लिए अदालत में अर्जी दे रहे हैं।
निर्भया की मां आशा देवी की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा, हम आज कोर्ट में एक नई अर्जी डाल रहे हैं। इसमें अदालत से चारों दोषियों को फांसी के लिए नई तारीख तय किए जाने की मांग की गई है। चारों दोषी अपने बचाव के सभी अधिकारों का पूरी तरह से इस्तेमाल कर चुके हैं। ऐसे में अब जो तारीख फांसी के लिए कोर्ट देगा वो फाइनल तारीख होगी, जिसमें इन चारों दोषियों को फांसी दी जाएगी।
निर्भया गैंगरेप केस के चार दोषियों में एक पवन गुप्ता की दया याचिका बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खारिज कर दी है। सुप्रीम कोर्ट से क्यूरेटिव पिटीशन खारिज होने के बाद पवन गुप्ता ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई थी। अब इस मामले के सभी दोषियों (पवन कुमार गुप्ता, विनय कुमार शर्मा, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार) के पास कोई कानूनी विकल्प नहीं बचा है।
6 दिसंबर, 2012 को दिल्ली में पैरामेडिकल की छात्रा निर्भया के साथ चलती बस में गैंगरेप हुआ था, इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई थी। मामले में 6 लोग राम सिंह, एक नाबालिग, विनय, पवन, मुकेश और अक्षय को गिरफ्तार किया गया था। तिहाड़ जेल में आरोपित राम सिंह ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। वहीं नाबालिग सजा काटकर छूट चुका है।
पवन कुमार गुप्ता, विनय कुमार शर्मा, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार का डेथ वारंट कोर्च ने 3 मार्च का जारी किया था। पवन के राष्ट्रपति के पास दया याचिका दायर कर देने की वजह से फांसी टल गई थी। उससे पहले भी फांसी टली थी। पीड़िता की मां की याचिका पर अब कोर्ट नया डेथ वारंट जारी कर सकता है।
दिल्ली गैंगरेप: राष्ट्रपति ने खारिज की दोषी पवन की दया याचिका, इसी वजह से टली थी फांसी