निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए अनशन करने वाली DCW चीफ स्वाति मालीवाल ने दोषियों की फांसी पर क्या कहा
नई दिल्ली। आज से करीब सवा सात साल पहले राजधानी दिल्ली को निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले ने हिलाकर रख दिया था। कई साल तक चली लड़ाई के बाद आज निर्भया को इंसाफ मिल गया है। तिहाड़ जेल के फांसी घर में शुक्रवार सुबह ठीक 5.30 बजे निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दी गई है। निर्भया के चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया। इस मामले पर अब स्वाति मालीवाल की प्रतिक्रिया आई है।
ये एक ऐतिहासिक दिन है
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने कहा, ये एक ऐतिहासिक दिन है, निर्भया को 7 साल से भी ज्यादा समय बाद इंसाफ मिला है। आज उसकी आत्मा को जरूर शांति मिलेगी। देश ने बलात्कारियों को सख्त संदेश दिया है कि अगर तुम ये अपराध करते हो तो तुम्हें फांसी पर लटका दिया जाएगा।
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'विश्वास है बदलाव आएगा'
इस मामले में स्वाति ने ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, '7 साल के लंबे इंतेजार के बाद आज न्याय की जीत हुई। निर्भया की मां ने न्याय के लिए दर दर की ठोकर खाई। सारा देश सड़कों पर उतरा, अनशन किया, लाठी खाई। ये सारे देश की जीत है। अब हमें देश में एक कठोर सिस्टम बनाना है। विश्वास है बदलाव आएगा, जरूर आएगा। सत्यमेव जयते!'
क्या है मामला?
दिल्ली में पैरामेडिकल छात्रा से 16 दिसंबर, 2012 की रात 6 लोगों ने चलती बस में दरिंदगी की थी। 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर में इलाज के दौरान निर्भया की मौत हो गई थी। घटना के 9 महीने बाद यानी सितंबर 2013 में निचली अदालत ने 5 दोषियों- राम सिंह, पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को फांसी की सजा सुनाई थी। फिर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा बरकरार रखी थी। ट्रायल के दौरान मुख्य दोषी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। एक अन्य दोषी नाबालिग होने की वजह से 3 साल में सुधार गृह से छूट चुका है।