PNB स्कैम: ED ने दायर की 12000 पन्नों की चार्जशीट, नीरव मोदी समेत 'इनके' नाम शामिल
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नई दिल्ली: पीएनबी घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पहली चार्जशीट दाखिल की है। खबरों के मुताबिक, ईडी ने मुंबई की विशेष अदालत में प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धाराओं में 12 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में नीरव मोदी और उसकी कंपनियों के साथ ही और फर्जी लेटर ऑफ अंडटेकिंग जारी करने वाले लोगों के नाम शामिल हैं।
ईडी ने कहा कि बैंकों से धोखाधड़ी कर लिये गये 6,939.84 करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज की राशि को नीरव मोदी और अन्य ने डमी कंपनियों के माध्यम से जायज कमाई साबित करने का प्रयास किया।
डमी कंपनियों ने नाम पर ऐंठे हजारों करोड़
ईडी की जांच के मुताबिक, नीरव मोदी पर अपनी संयुक्त अरब अमीरात स्थित 9 डमी कंपनियों के जरिए अपने ग्रुप फर्मों, अपनी बहन पूर्वी मोदी और पति मियांक मेहता के साथ 1,811 करोड़ रुपये की रकम हेरफेर करने का आरोप है। ईडी शिकायत में मोदी के साथ पूर्वी मोदी और मियांक मेहता दोनों को आरोपी बनाया गया है। ईडी ने कहा है कि मोदी ने हांगकांग की फर्जी कंपनियों के नाम पर धोखाधड़ी कर गारंटी पत्रों (एलओयू) के जरिये 2,138 करोड़ रुपये प्राप्त किये। इनमें से 6 कम्पनियां इंडारेक्टली मोदी द्वारा कंट्रोल की जाती थीं।
मोदी की बहन और उसके पति को भी आरोपी
ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, नीरव मोदी ने 6,939.84 करोड़ रु में 4,299 करोड़ अपने ग्रुप फर्मों, अपनी बहन पूर्वी मोदी रिश्तेदारों के नाम यूएई और हांगकांग की 15 फर्जी कंपनियों के जरिये लिए। इसमें नीरव ने 1,811 करोड़ अपने फर्मों, बहन और उसके पति मियांक के नाम 9 डमी कंपनियों के नाम पर लिए। मोदी की बहन और उसके पति को भी प्रवर्तन निदेशालय ने आरोपी बनाया है। मियांक मेहता हीरा व्यापारी रशेल मेहता का बहनोई है।
आरोपियों में मोदी के पिता और भाई का नाम भी शामिल
ईडी ने प्रिवेंशन मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धाराओं के तहत 12 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है। मुंबई की अदालत में ईडी द्वारा दायर चार्जशीट में आरोपी के रूप में मोदी के पिता दीपक मोदी, उनके भाइयों, नेशल मोदी और नेहल मोदी का नाम भी है। नीरव मोदी इस मामले में अबतक ईडी की जांच में शामिल नहीं हुआ है। उसके और अन्य के खिलाफ विभिन्न आपराधिक कानूनों के तहत जांच की जा रही है। इन सभी पर पीएनबी के कुछ अधिकारियों के साथ साठगांठ कर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के साथ 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। बता दें कि दोनों आपराधिक मामला दर्ज होने से पहले ही देश छोड़कर फरार हो गये थे।