निपाह वायरस की चपेट में आए एक ही परिवार के चौथे सदस्य की मौत, मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हुई
कोच्चि। केरल के 4 जिले फिलहाल निपाह वायरस की चपेट में हैं। निपाह वायरस से मरने वालों की आंकड़ा 12 तक पहुंच गया है। गुरुवार को एक और व्यक्ति की मौत की प्रशासन ने पुष्टि की है। आपको बता दे कि मृत व्यक्ति के परिवार में तीन लोग पहले ही निपाह वायरस के शिकार हो चुके हैं। मृत व्यक्ति की पहचान 62 वर्षाय वालाचेकुट्टी मूसा के तौर पह हुई है। मूसा पिछले तीन सप्ताह से कोझिकोड के जिला अस्पताल में जिंगदी की जंग लड़ रहे थे। गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई। सोमवार को उनके निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद से वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे।
एक ही परिवार के चार लोगों की निपाह वायरस की चपेट में आने से मौत
आपको बता दें कि पिछले दिनों मूसा के दो बेटे मोहम्मद सलैह(28) और मोहम्मद सादिक(26) उनके भाई की पत्नी मरियम(50) की मौत हो गई थी। वहीं इन सब का इलाज करने वाली नर्स लिनी की भी इस वायरस से संक्रमित होने के कारण मौत हो गई थी। यहीं नहीं मूसा के बड़े सलैह की मंगेतर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बताया जा रहा है कि वह भी वायरस से संक्रमित हैं।
चार जिले निपाह की चपेट में
इसके अलावा निपाह के दो केस मालाप्पुरम से सामने आए हैं। वहीं सात अन्य लोगों को एक अलग वार्ड में इलाज चल रहा है। किसी प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए राज्य सरकार ने लोगों से राज्य के चार उत्तरी जिलों - कोझीकोड, मलप्पुरम, वयनाड और कन्नूर में जाने से बचने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव राजीव सदानंदन ने कहा, 'राज्य के बाकी हिस्से में जाना सुरक्षित है. अगर लोग अतरिक्त एहतियात बरतना चाहते हैं तो वे इन चार जिलों में जाने से बच सकते हैं।'
टीम ने खोजा वह कुंआ जहां से फैलना शुरु हुआ था निपाह
केरल में निपाह वायरस के कहर को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल से दिल्ली की ओर आने वाली ट्रेन पर रेलवे अधिकारियों की विशेष नजर है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने डॉक्टरों की टीम को भी हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि केरल में निपाह वायरस से मौतों के बाद फैली दहशत के बीच बुधवार को केंद्रीय टीम ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के साथ संक्रमित स्थल का दौरा किया। टीम ने यहां एक कुएं की खोज की जिसमें बड़ी संख्या में चमगादड़ थे। ऐसा माना जा रहा है कि इसी कुएं का पानी पीने से लोग वायरस की चपेट में आए।