केरल में निपाह वायरस: चार्ज संभालते ही हेल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन ने बुलाई आपात बैठक
नई दिल्ली। केरल में एक बार फिर दिमागी बुखार यानि निपाह संक्रमण का मामला सामने आया है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने निपाह वायरस मामले की पुष्टि की है। केरल में निपाह वायरस का मामला सामने आने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने केरल के स्वास्थ्य मंत्री को केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने केरल में निपाह वायरस के नए मामले पर कहा, 'हम वायरस के परीक्षण की मदद के लिए वन्यजीव विभाग के संपर्क में हैं। मुझे नहीं लगता कि घबराने की कोई जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'आज सुबह मैंने स्वास्थ्य सचिव सहित सभी अधिकारियों के साथ अपने आवास पर बैठक बुलाई है। कल ही हमने छह अधिकारियों की एक टीम को केरल भेजा था।
साइकिल चलाकर दफ्तर पहुंचे थे डॉ. हर्षवर्धन
मोदी कैबिनेट में शामिल डॉ. हर्षवर्धन ने सोमवार को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के रूप में कार्यभार किया। वर्ल्ड साइक्लिंग डे पर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए डॉ. हर्षवर्धनअपने सरकारी आवास से निर्माण भवन स्थित अपने दफ्तर तक साइकिल चलाकर गए।
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निपाह वायरस की बात करें तो कोच्चि के एर्नाकुलम के एक युवक का टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसको अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) से रिपोर्ट मिलने के बाद इस मामले की पुष्टि हुई। जिलाधिकारी ने सभी से लोगों में दहशत फैलाने से दूर रहने की अपील की।
बताया जा रहा है कि छात्र एर्नाकुलम जिले का रहने वाला है और इदुक्की जिले में स्थित थोडुपुज़ा के कॉलेज में पढ़ता है। वह हाल में शिविर के संबंध में त्रिशूर में था। त्रिशूर की जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ रीना के मुताबिक, छात्र सिर्फ चार दिन ही त्रिशूर में था और उसे बुखार आ रहा था। उन्होंने बताया कि उसके साथ 16 अन्य छात्र थे और उनमें से छह उससे सीधे संपर्क में थे। पिछले साल, निपाह वायरस ने केरल में 17 लोगों की जान ले ली थी।