NIA की सफाई- पुलवामा केस में कभी गिरफ्तार ही नहीं हुआ यूसुफ चोपन
नई दिल्ली- नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने पुलवामा केस में दिल्ली की एनआईए कोर्ट से किसी आरोपी को जमानत मिलने की खबरों का खंडन किया है। इससे पहले मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि इस केस में एक आरोपी को जमानत मिल गई है। जिस आरोपी को जमानत मिलने की खबर थी, उसपर हमलावरों को लॉजिस्टक सपोर्ट देने जैसे गंभीर आरोप होने की बात कही जा रही थी। लेकिन, एनआईए ने साफ किया है कि जिस यूसुफ चोपन नाम के आरोपी को जमानत मिलने की खबरें चलाई जा रही हैं, उसे कभी पुलवामा हमले के केस में एजेंसी ने गिरफ्तार ही नहीं किया गया है, उसकी गिरफ्तारी किसी दूसरे केस में हुई थी।
पुलवामा केस में आरोपी की जमानत पर एनआईए की सफाई
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पिछले साल फरवरी में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के केस में किसी आरोपी को जमानत मिलने की खबरों का एनआईए ने पूरी तरह से खंडन कर दिया है। खबर थी कि समय पर चार्जशीट दायर नहीं हो पाने की वजह से दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने यूसुफ चोपन नाम के आरोपी को जमानत दे दी है। लेकिन, अब एनआईए ने बयान जारी कर कहा है कि पुलवामा हमले केस में यूसुफ चोपन को कभी गिरफ्तार ही नहीं किया गया था। पहले कहा जा रहा था कि 180 दिनों चार्जशीट दर्ज नहीं हो पाने की वजह से उसे जमानत मिल गई। लेकिन, अब एनआई ने साफ किया है कि उसकी गिरफ्तारी कभी पुलवामा हमले के केस में हुई ही नहीं थी।
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जैश साजिश केस में हुई थी गिरफ्तारी- एनआईए
खबर का खंडन करते हुए एनआईए ने अब कहा है कि, कुछ मीडिया रिपोर्ट में ऐसी बात बताई जा रही है कि नई दिल्ली की विशेष एनआईए अदालत ने पुलवामा हमले के केस में यूसुफ चोपन नाम के एक आरोपी को जमानत दे दी है। लेकिन, यह साफ किया जाता है कि यूसुफ चोपन को कभी भी पुलवामा हमले के केस में गिरफ्तार ही नहीं किया गया था। एनआईए के मुताबिक उसे 6 और आरोपियों के साथ जैश ए मोहम्मद साजिश के केस में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें 8 आरोपियों के खिलाफ 2 चार्जशीट दर्ज की जा चुकी है। हालांकि, इस मामले में चोपन के खिलाफ सबूतों के अभाव में चार्जशीट नहीं दर्ज किया जा सका था, जिसकी वजह से उसे पिछले 18 तारीख को जमानत मिल गई, लेकिन उसे पुलवामा के डीएम के आदेश पर पब्लिक सेफ्टी ऐक्ट के तहत जम्मू के कोट भलवाल जेल भेज दिया गया है।
14 फरवरी को मनाई गई पहली बरसी
बता दें कि पिछले साल 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए बहुत बड़े आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। उस हमले में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से भरी कार सीआरपीएफ के काफिले की एक बस से टकरा दिया था। कुछ ही दिन पहले उस घटना की बरसी मनाई गई है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से की गई उस आतंकी वारदात के खिलाफ 12 दिन बाद ही भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खिलाफ बहुत बड़ा ऐक्शन लिया था। तब वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद आतंकी कैंप पर एयरस्ट्राइक किया, जिसमें जैश के 250-300 आतंकियों के मारे जाने का अनुमान है। बाद में पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने भी कबूल किया था कि भारत ने बालाकोट में बहुत बड़ा ऐक्शन लिया था।
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