टेरर फंडिंग: देविंदर बहल की बैंक डिटेल लेकर लौटी NIA
देविंदर सिंह बहल के घर छापेमारी गिरफ्तार अलगाववादी नेताओं से पूछताछ के बाद हुई है। बहल पाकिस्तानी हैंडलर्स और हुर्रियत के बीच कड़ी का काम करता था वह हुर्रियत के लीगल सेल का मेंबर भी है।
नई दिल्ली। जम्मू में आतंकी फंडिंग मामले में एनआईए ने जांच तेज कर दी है। एनआईए की टीम देविंदर सिंह बहल के घर से बैंक डिटेल लेकर दिल्ली लौट आई है। इससे पहले रविवार को एनआई ने हुर्रियत नेता सैयद गिलानी के करीबी और पेशे से वकील देवेंद्र सिंह बहल घर छापेमारी की थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने देवेंद्र सिंह पाल के नौशेरा के पुस्तैनी घर पर छापेमारी की थी।
देविंदर सिंह बहल के घर छापेमारी गिरफ्तार अलगाववादी नेताओं से पूछताछ के बाद हुई है। बहल पाकिस्तानी हैंडलर्स और हुर्रियत के बीच कड़ी का काम करता था वह हुर्रियत के लीगल सेल का मेंबर भी है। एनआईए की अबतक की जांच से ये तय है कि कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान ने फंडिंग की। फिलहाल एनआईए उस हवाला रूट को भी तलाश रही है जहां से आतंकियों को धन मुहैया कराया गया।
आतंकियों की मदद करने के आरोप में कई लोगों से पूछताछ की गई है इसके साथ ही कईयों को गिरफ्तार भी किया गया है। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का दामाद इस मामले में पहले ही गिरफ्तार है वहीं अब दोनों बेटों को भी एनआईए ने समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है।
इसके पहले इस मामले में अलगाववादी नेता शब्बीर शाह की गिरफ्तारी हुई फिर सैय्यद अली शाह गिलानी के दामाद अहमद शाह को भी गिरफ्तार किया गया और अब इसी मामले में गिलानी के दोनों बेटों को भी एनआईए ने पूछताछ के लिए समन भेजा है। इस मामले में पूछताछ के लिए नईम समेत 21 लोगों को समन भेजे गए हैं।
नईम गिलानी सैयद अली शाह गिलानी के बड़े बेटे हैं। नईम पेशे से सर्जन हैं और 11 साल पाकिस्तान में रहने के बाद 2010 में भारत लौटे थे। नईम को तहरीक-ए-हुर्रियत का उत्तराधिकारी माना जाता है। तहरीक-ए-हुर्रियत एक अलगाववादी संगठन है जिसमें पाकिस्तान समर्थक कट्टरपंथी लोग शामिल हैं।