कोटा में 100 बच्चों की मौत पर NHRC ने भेजा राजस्थान सरकार को नोटिस
नई दिल्ली। राजस्थान के कोटा स्थित अस्पताल में 100 मासूम बच्चों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। इस मुद्दे पर जहां प्रदेश की गहलोत सरकार लगातार अपना पक्ष स्पष्ट कर रही है, वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने भी इस मामले में सक्रियता दिखाई है। केंद्र की ओर से विशेषज्ञों की टीम कोटा भेजने का फैसला किया गया है। इसी बीच दिसंबर महीने में 100 बच्चों की मौत के मामले में मीडिया रिपोर्ट्स के बाद अब राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने भी स्वतः संज्ञान लिया है। एनएचआरसी की टीम ने कोटा के अस्पताल में मासूमों की मौत पर राजस्थान सरकार को नोटिस जारी किया है।
गहलोत सरकार को NHRC का नोटिस
कोटा के जेके लोन अस्पताल में 100 बच्चों की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राजस्थान सरकार को नोटिस जारी किया है। आयोग ने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव को इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के लिए एक नोटिस जारी किया है। इसमें प्रदेश सरकार से ऐसे मामलों पर रोकथाम के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी के साथ-साथ भविष्य में ऐसा नहीं हो इसको लेकर जवाब मांगा गया है।
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जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर NHRC ने लिया स्वतः संज्ञान
वहीं कोटा के जेके लोन अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत पर राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि हम इससे दुखी हैं, बच्चों को चिकित्सा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। कई बच्चे गंभीर हालत में लाए गए थे। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री ने बीजेपी के उस बयान पर भी पलटवार किया गया जिसमें कहा गया था कि अस्पताल में एक बेड पर दो बच्चों को रखा गया। रघु शर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज जो लोग ये सवाल उठा रहे हैं वो 5 साल से सत्ता में थे।
मायावती ने की गहलोत सरकार को हटाने की मांग
दूसरी ओर जेके लोन अस्पताल में 100 से अधिक बच्चों की मौत के मामले में बसपा प्रमुख मायावती ने गहलोत सरकार पर ट्वीट कर हमला बोला है। मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'राजस्थान की कांग्रेस सरकार के सीएम गहलोत का, कोटा में लगभग 100 मासूम बच्चों की हुई मौत पर, अपनी कमियों को छिपाने के लिए आएदिन चोरी व ऊपर से सीनाजोरी वाले अर्थात् गैर-जिम्मेवारान् व असंवेदनशील तथा अब राजनैतिक बयानबाजी करना, यह अति शर्मनाक व निन्दनीय।' इससे पहले बसपा प्रमुख ने प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधा और कहा, 'उससे भी ज्यादा अति दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व व खासकर महिला महासचिव की इस मामले में चुप्पी साधे रखना।'
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