हाथरस मामले में NHRC ने यूपी के DGP से कहा- व्यक्तिगत रूप से देखें केस, ताकि...
नई दिल्ली। हाथरस में दलित युवती से दरिंदगी के मामले में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) ने स्वत: संज्ञान लिया है। अयोग ने यूपी के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है। आयोग से राज्य के अधिकारियों से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही प्रदेश के डीजीपी से इस मामले को व्यक्तिगत रूप से देखने की बात कही है, जिससे दोषियों को कोर्ट द्वारा बिना किसी और देरी के दंडित किया जा सके। आयोग ने कहा कि र्तमान परिदृश्य में यह आवश्यक है कि मृतक के परिवार के साथ-साथ गांव में रहने वाले एससी समुदाय के अन्य सदस्यों को पुलिस द्वारा उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।
पीएम मोदी ने लिया था मामले का संज्ञान
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बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस घटना का संज्ञान ले चुके हैं। अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में पीड़िता के पिता से वीडियो कॉलिंग पर बात की। मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। इस दौरान पीड़िता के पिता ने मुख्यमंत्री से आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की मांग की। मुख्यमंत्री ने बच्ची के पिता को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया और प्रशासन को पीड़ित परिवार की हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने पीड़ित परिवार को दी 25 लाख की आर्थिक मदद
सीएम योगी ने पीड़ित परिवार को कुल 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। साथ ही परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी देने की बात कही है। सूडा योजना के अंतर्गत हाथरस शहर में एक घर का आवंटन भी किया जाएगा। इसके अलावा सीएम योगी ने इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करवाने की अनुमति दे दी है। बता दें, मामले की जांच के लिए एसआईटी की 3 सदस्यी कमेटी का गठन कर दिया है।
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