नये एंड्रॉयड मैलवेयर की चपेट में दुनिया के कई देश, भारत में 1.5 करोड़ स्मार्टफोन पर अटैक: रिसर्च
नई दिल्ली। अगर आप स्मार्टफोन यूजर हैं तो आपको फिलहाल सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि एक नया स्मार्टफोन मैलवेयर पाया गया है जो दुनिया भर में 25 मिलियन उपकरणों को अपने चपेट में ले चुका है। इसमें 1.5 करोड़ उपकरण भारत के हैं। ऐसा दावा चेक प्वाइंट रिसर्च की ओर से किया गया है। रिसर्च की माने तो यह मैलवेयर खुद को गूगल से संबंधित एप्लिकेशन के रूप में यूजर्स को भ्रमित करता है।
फोन में इंस्टॉल किए गए एप्लिकेशन के साथ करता है छेड़छाड़
फिर उपयोगकर्ताओं को बिना नोटिफाई किए आपके एंड्रायड की कमियों का इस्तेमाल कर सिस्टम में इंस्टॉल किए एप्लिकेशन के साथ छेड़छड़ा करता है और उनको बदल देता है। वहीं साइबर थ्रेट इंटेलिजेंस ने जून में सक्रिय टॉप थ्री मैलवेयर जारी किए हैं, जिनमें लोटूर भी शामिल हैं, जिसका उपयगो मुख्य रूप से विज्ञापन प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है लेकिन यह यूजर्स के संवेदनशील डेटा तक अपनी पहुंच बनाने में भी सक्षम है। चेक प्वाइंट रिसर्च की ओर से साझा किए गए प्रेस नोट के अनुसार, एजेंट स्मिथ मैलवेयर वित्तीय लाभ के लिए नकली विज्ञापन दिखाने और वित्तीय लाभ के लिए एंड्रॉयड डिवाइसों तक अपनी पहुंच बनाता है।
नापाक उद्देश्यों के लिए हो सकता है इसका उपयोग
लेकिन इसका उपयोग नापाक उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है, हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि मैलवेयर ऐसा भी कर रहा है। चेक प्वाइंट रिसर्ज नोट के मुताबिक हाल के वर्षों में एजेंट स्मिथ की गतिविधि कॉपीकैट, गुलिगन, हमिंगबैड जैसे अन्य मैलवेयर के समान है। ये सभी तीन मैलवेयर लाखों डॉलर की कमाई और झूठे विज्ञापन के लिए संक्रमित उपकरणों का उपयोग किया है। गूगल से संबंधित एप्लिकेश के रूप में यूजर्स को भ्रमित करने वाला यह मैलवेयर एंड्रॉयड की कमजोरियों का फायदा उठाता है और फिर बिना यूजर्स की अनुमति के ये सिस्टम में इंस्टॉल किए गए एप्लिकेशन को बदल देता है।
भारत-पाकिस्तान और बांग्लादेश में ज्यादा प्रभाव
रिसर्च फर्म के अनुसार एंजेट स्मिथ लोकप्रिय थर्ड पार्टी एप स्टोर 9ऐप्स से उत्पन्न हुए हैं और ये मुख्य रूप से अरबी, हिन्दी, इंडोनेशियाई और रूसी बोलने वालों को टारगेट किया है। मैलवेयर पीड़ितों में अधिकांश भारत और पड़ोसी देशों जैसे बाग्लादेश और पाकिस्तान के हैं। चेक प्वाइंट रिसर्च ने ऑस्ट्रेलिया, यूके और यूएसए जैसे देशों में भी संक्रमित डिवाइस पाए हैं। नाइन ऐप्स स्टोर के माध्यम से उपकरणों को संक्रमित करने के लिए जिन ऐप का इस्तेमाल किया गया है उनमें से कुछ इस प्रकार हैं, कलर फोन फ्लैश, कॉल स्क्रीन थीम, फोटो प्रोजेक्टर, किस गेम जैसे एप शामिल हैं।
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