नेताजी की पुत्री की PM मोदी से अपील, जापान में रखी अस्थियों का हो DNA टेस्ट
नई दिल्ली: नेताजी सुभाषचंद्र बोस के निधन को लेकर लंबे समय से विवाद बना हुआ है। गुरुवार को नेता जी की बेटी अनीता बोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ले अपील की वो जापान के रेनकोजी मंदिर में रख उनकी अस्थियों का डीएनए टेस्ट सुनिश्चित कराएं ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने इसके साथ ही ये भी आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकारों में कुछ खास लोगों ने इस मामले की अनदेखी की क्योंकि वो नहीं चाहते हैं कि इस रहस्य से कभी परदा उठे।
पीएम मोदी की सराहना की
नेताजी की बेटी अनीता बोस ने उनके पिता की मौत के रहस्य को सुलझाने की कोशिशों के लिए पीएम मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि जब तक कि कुछ और साबित नहीं हो जाता उन्हें लगता है कि उनके पिता की मौत अगस्त 1945 को विमान दुर्घटना में हुई थी। उन्होंने कहा कि वो इस मामले में पीएम मोदी से व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि वो जापान के अधिकारियों से अनुरोध करती हैं कि रेनकोजी मंदिर में रखी अस्थियों के डीएनए परीक्षण की अनुमति दें।
'नेताजी की अस्थियों का डीएनए जरूरी'
अनीता बोस ने कहा कि जब तक कुछ साबित नहीं हो जाता, मुझे विश्वास है कि उनकी मृत्यु 18 अगस्त 1945 को विमान दुर्घटना में हुयी। लेकिन बहुत लोग इसे नहीं मानते हैं। मैं निश्चित रूप से चाहूंगी कि रहस्य सुलझ जाए। मुझे लगता है कि इस रहस्य को सुलझाने का सबसे अच्छा तरीका ये है कि जापान के मंदिर में रखी अस्थियों का डीएनए टेस्ट हो। डीएनए टेस्ट में यह सच साबित हो जाएगा कि वो नेताजी थे या नहीं। उन्होंने जर्मनी से टेलीफोन न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में ये बात कही।
'पीएम मोदी से मिलना चाहती हूं'
अनीता ने कहा वो पीएम मोदी से मिलना चाहती हैं ताकि उन्हें केंद्र सरकार के पास रखी गई फाइलों को सार्वजनिक करके रहस्य को सुलझाने के प्रयासों को लेकर धन्यवाद अदा कर सकें। वह जापानी अधिकारियों से भी अनुरोध करेंगी कि अगर उनके पास नेताजी से जुड़ी कोई फाइल है तो वे उसे सार्वजनिक करें। उन्होंने कहा कि वो पीएम मोदी और जापानी अथॉरिटीज से अनुरोध करती हैं कि वो पिताजी(सुभाष चंद्र बोस) की अस्थियों की डीएनए टेस्ट सुनिश्चित करें।
पीआईबी के ट्वीट से विवाद
गौरतलब है कि उन्होंने ये टिप्पणी हाल में प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के एक ट्वीट पर की। पीआईबी के इस ट्वीट से विवाद पैदा हो गया था। पीआईबी ने ट्वीट कर कहा था कि पीआईबी महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी पुण्यतिथि पर याद करता है। नेताजी के परिवार के एक वर्ग द्वारा विरोध किए जाने के बाद इसे वापस ले लिया गया था।
कुछ लोग नहीं चाहते विवाद सुलझे
उन्होने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया गया जिसमें उनसे पूछा गया कि उन्हें लगता है कि पिछली सरकारों ने (कांग्रेस सरकार सहित) नेताजी की मौत के रहस्य को जानबूझकर नजरअंदाज किया। जर्मनी में रह रही प्रख्यात अर्थशास्त्री अनिता ने इस पर कहा कि हालांकि उनके पास ऐसा कोई सबूत नहीं है कि कांग्रेस सरकारों ने इस मुद्दे की अनदेखी की लेकिन पिछली सरकारों में कुछ लोग नहीं चाहते थे कि यह रहस्य सुलझे और इसकी अनदेखी की गई।
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