अनीता बोस का दावा- गुमनामी बाबा नहीं हो सकते सुभाष चंद्र बोस, पीएम मोदी से करुंगी DNA टेस्ट की मांग
नई दिल्ली। हमेशा से गुमनामी बाबा और नेता जी सुभाष चंद्र बोस को एक ही शख्स बताया गया है। गुमनामी बाबा का जन्म यूपी के फैजाबाद में हुआ था और 19 सितंबर 1985 को उन्होंने आखिरी सांस ली थी। ऐसा कहा जाता रहा है कि गुमनामी बाबा का चेहरा नेता जी सुभाष चंद्र बोस से बहुत ज्यादा मिलता जुलता था और कथित तौर पर उनके पास कुछ ऐसा सामान भी था जो उनके नेता जी सुभाष चंद्र बोस होने की ओर संकेत देता है। हालांकि पक्के तौर पर इस बारे में कुछ भी निकलकर नहीं आ सका है और अब नेता जी सुभाष चंद्र बोस की बेटी अनीता बोस ने इस बारे में प्रतिक्रिया दी है।
नेता जी सुभाष चंद्र बोस की बेटी ने जर्मनी से खास तौर पर टाइम्स नाउ से इस बारे में बातचीत की है। उन्होंने कहा, 'हर इंसान को किसी बात पर विश्वास करने या नहीं करने की स्वतंत्रता है। वह जो भी मानना चाहते हैं मान सकते हैं। लेकिन बाबा नेता जी नहीं हो सकते। मेरा मानना है कि साल 1947 के विमान हादसे में उनकी मौत हो गई थी।'उन्होंने यह भी कहा कि वह नेताजी के डीएनए परीक्षण के बारे में पीएम नरेंद्र मोदी से बात करेंगी। अनीता बोस ने कहा, 'यह डीएनए टेस्ट मेरे लिए नहीं है क्योंकि मुझे यकीन है कि उनकी राख रेंकोजी मंदिर में है, लेकिन यह टेस्ट उन लोगों के लिए है जो कल्पनाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं।'
आगे उन्होंने कहा, 'नेताजी पर अलग अलग दावों वाली कहानी के साथ किताब लिखना या फिल्म बनाना सही नहीं है। गुमनामी मेरे पिता नहीं थे। मेरे पिता बोस थे और उनकी विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।' साल 1945 के विमान हादसे के 78 साल बाद भी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मौत से जुड़े कई ऐसे सवाल बरकरार हैं जिनके जवाब अभी तक नहीं मिल पाए हैं। कई लोग मानते हैं कि नेता जी की मौत साल 1945 के विमान हादसे में हुई थी जबकि कई अन्य मानते हैं कि नेता जी दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में चढ़े ही नहीं थे और गोपनीयता के साथ पहचान बदलकर रह रहे थे।