क्विक अलर्ट के लिए
अभी सब्सक्राइव करें  
क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

नेपाल भूकंप ने छीन ली पुणे के रेड लाइट एरिया की रंगीनियत, नहीं लौटीं कई सेक्स वकर्स

Google Oneindia News

नयी दिल्ली (ब्यूरो)। नेपाल में भूकंप से आई त्रासदी अपने पीछे मौत का वो भयावह मंजर छोड़ गई है जिसको भुला पाना किसी के लिए भी मुश्किल होगा। खंडहर में तब्‍दील हुए नेपाल में अब लोग मलबे में अपनों की तलाश करने में लगे हैं। नाउम्‍मीदी के अहसास में भी कोई उम्‍मीद उन्‍हें बांधे हुई है, कि शायद उनके अपने मलबे से जिंदा लौट आएं। लेकिन सच तो ये है कि वीरान से किसी की आवाज नहीं आती। इस त्रासदी का एक और पहलू है।

Nepal earthquake affects Pune's night life
जी हां नाइट लाइफ के लिए मशहूर पूणे की रंगीनयत भी नेपाल में आए इस भूंकप से भू-गर्भ में चली गई है। आपको बता दें कि पुणे के बुधवार पेठ (रेड लाइट एरिया) में भारी तादात में नेपाल की लड़कियां बतौर सेक्स वर्कर काम करती हैं। नेपाल में आए भूंकप के बाद पुणे का बुधवार पेठ वीरान हो चुका है। हालांकि अभी भी वहां से गुजरते हुए लोगों को नेपाली महिलाओं की मौजूदगी समझ आती है लेकिन वो वही महिलाएं हैं जो उस वक्त किसी कारणवश नेपाल नहीं गईं थी।

पढ़ें: भूंकप में नहीं हिला नेपाल का स्वाभिमान, ठुकरा दिए प्लेट के जूठन और पुराने कपड़े पढ़ें: भूंकप में नहीं हिला नेपाल का स्वाभिमान, ठुकरा दिए प्लेट के जूठन और पुराने कपड़े

त्रासदी का मंजर देख लौटीं दो महिलाओं की कहानी

भूकंप के बाद रेड लाइट एरिया में वापस लौटीं दो नेपाली महिलाओं ने आपबीती सुनाई। अपनों को खोने का दर्द उनकी जुबां को भारी और आंख को नम कर चुका था। वो इतना डरी हुईं थी कि कुछ बोल भी नहीं पा रही थीं। इनमें से एक महिला ने भूकंप में अपने पूरे परिवार को खो दिया है और दूसरी के पास परिवार के नाम पर सिर्फ 8 साल का बच्चा है जो पुणे के ही एक स्कूल में पढ़ता है।

पढ़ें: Video: देखें, किस तरह भूकंप से मची नेपाल में अफरा-तफरी पढ़ें: Video: देखें, किस तरह भूकंप से मची नेपाल में अफरा-तफरी

कुछ सेक्स वकर्स को है मुआवजे का इंतजार

पिछले 9 साल से बुधवार पेठ में जिस्मफरोशी करने वाली सीमा (बदला हुआ नाम) ने बताया कि मैं हर साल गर्मी की छुट्टियों में नेपाल जाती थी लेकिन इस बार नहीं गई क्योंकि अब वहां कोई नहीं बचा। उसने कहा कि मैं अगर नेपाल जाऊंगी तो कहां रहूंगी और कहां खाऊंगी। उसने कहा कि बेहतर है कि हम यहीं रहकर अपने परिवार की मदद करें। सीमा हर दिन घर वालों की खैरियत जानने के लिए फोन करती है लेकिन उधर से कोई खबर नहीं मिलती।

दर्द ए नेपाल: वेश्यावृत्ति के लिए कोठों पर और मजदूरी के लिए होटलों पर बेचे जा रहे हैं नाबालिग दर्द ए नेपाल: वेश्यावृत्ति के लिए कोठों पर और मजदूरी के लिए होटलों पर बेचे जा रहे हैं नाबालिग

सीमा के साथ ही बुधवार पेठ में जिस्म का धंधा करने वाली एक और युवती का कहना है कि 'हो सकता है कि वो लोग सरकार से मिलने वाले मुआवजे के इंतजार में रुके हों। मुआवजा मिलने पर वो फिर से अपना घर बसाएंगी और फिर यहां आ जाएंगी।' वैसे पुणे छोड़ने वालों की लिस्ट में सिर्फ नेपाली सेक्स वर्कर ही नहीं, वेश्यालयों के मालिक भी शामिल हैं।

Comments
English summary
Sex workers hailing from Nepal are still under trauma after deadly earthquake hence they are not ready for work which has badly affected the business of Pune's red ligh area Budhwar Peth.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X