आजादी के अमृत महोत्सव के विज्ञापन से नेहरू 'आउट', सावरकर की एंट्री
नई दिल्ली, 15 अगस्त। कर्नाटक सरकार के 'हर घर तिरंगा' विज्ञापन को लेकर एक नए विवाद को हवा दे दी है। यहां प्रदेश सरकार ने पीएम मोदी के 'हर घर तिरंगा' को लेकर अखबर में विज्ञापन जारी किया है। जिसको लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पोस्टर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जगह नहीं दी गई। जबकि अन्य नेताों के साथ वीर सावरकर की तस्वीर विज्ञापन में छापी गई है।
कर्नाटक सरकार की ओर पीएम मोदी के अभियान 'हर घर तिरंगा' अभियान के समर्थन में देश की आजादी में बड़ी भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का एक विज्ञापन जारी किया गया है। जिसमें देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जगह नहीं दी गई है। जबकि विज्ञापन में विनायक सावरकर की तस्वीर छपी है। कर्नाटक सरकार की ओर से ये विज्ञापन 14 अगस्त को छपवाया गया है।
कर्नाटक सरकार के इस विज्ञापन को लेकर अब कांग्रेस ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि यह राज्य की भाजपा सरकार की राजनीति से प्रेरित कदम है। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और कर्नाटक के विपक्ष के नेता सिद्धारमैया सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने विज्ञापन में सावरकर की छवि को शामिल करने के लिए राज्य सरकार की तीखी आलोचना की है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में लिखा 'नेहरू के साथ इस तरह की क्षुद्रता। सीएम कर्नाटक अपनी कुर्सी बचाने के लिए बेताब हैं, जानते हैं कि उन्होंने जो किया है वह उनके पिता एसआर बोम्मई और उनके पिता के पहले राजनीतिक गुरु एमएन रॉय का अपमान है। दोनों महान नेहरू प्रशंसक, बाद वाले दोस्त भी हैं। यह दयनीय है'। वहीं राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र में शर्म की बात है। भारत आजादी का 75वां साल मना रहा है। सीएम बसवराज बोम्मई को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
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वहीं भाजपा प्रवक्ता रवि कुमार ने कहा कि नेहरू की वजह से भारत भारत और पाकिस्तान में बंटा हुआ है। इसलिए अखबार में उनकी तस्वीर हटा दी गई। उन्होंने कहा, 'सरदार वल्लभभाई पटेल ने "हमारी आजादी के लिए संघर्ष किया था इसलिए उनकी तस्वीर शामिल की गई। झांसी रानी, गांधी और सावरकर भी हैं। नेहरू देश के पहले प्रधान मंत्री थे। उन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी लेकिन उन्होंने हमारे देश को विभाजित कर दिया।'