Covid-19 वैक्सीन बनाने वाले देशों में से एक होगा भारत, रणनीति बनाए मोदी सरकार: राहुल गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस (कोविड-19) वैक्सीन को लेकर एक ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत कोरोना वायरस की वैक्सीन का निर्माण करने वाले देशों में से एक होगा। लेकिन इसकी पहुंच और वितरण को लेकर रणनीति बनाने की जरूरत है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए लिखा, 'भारत कोविड-19 वैक्सीन बनाने वाले देशों में से एक होगा, लेकिन देश को एक स्पष्ट रूप से परिभाषित, समावेशी और न्यायसंगत रणनीति चाहिए, ताकि वैक्सीन की उपलब्धता और उचित वितरण समान रूप से हो सके। भारत सरकार को अभी से इसे करना चाहिए।'
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इससे पहले राहुल ने एक अन्य ट्वीट करते मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इसमें कोरोना वायरस का ग्राफ शेयर करते हुए लिखा है, 'अगर ये पीएम की 'संभली हुई स्थिति' है तो 'बिगड़ी स्थिति' किसे कहेंगे?' बता दें देश में कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने के लिए कई कंपनियां काम कर रही हैं। भारत बायोटेक फार्मा कंपनी अपने वैक्सीन कोवैक्सीन का मानव परीक्षण कर रही है। इसके अलावा जायडस कैडिला भी अपनी वैक्सीन ZyCov-D का मानव परीक्षण कर रही है। भारत बायोटेक फार्मा कंपनी ने कोविड-19 वैक्सीन को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी के साथ मिलकर तैयार किया है।
वहीं जायडस कैडिला को बीते हफ्ते कोविड-19 वैक्सीन के मानव परीक्षण की मंजूरी मिली थी। इसके अलावा पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि कोरोना वैक्सीन इस साल के आखिर तक तैयार हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा है कि कीमत को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है लेकिन दो महीने में फाइनल कर लिया जाएगा और ये बता दिया जाएगा कि एक डोज की कीमत क्या रखी जाएगी। पूनावाला ने कहा कि आईसीएमआर के साथ कुछ हजार मरीजों पर ट्रायल कुछ ही दिन में शुरू हो जाएगा।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविड-19 की वैक्सीन के लिए गावि और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ समझौता किया है। जिसके तहत कोविड-19 वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाएगा। इससे पहले कहा गया था कि सीरम इंस्टीट्यूट भारत के निवासियों को 225 रुपये में कोरोना महामारी की वैक्सीन उपलब्ध कराएगा। हालांकि अब पूनावाला ने कहा कि कीमतों का खुलासा दो महीने में किया जाएगा। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल भी कर रही है। हाल ही में कंपनी को भारत के दवा नियामक से यह परीक्षण करने की अनुमति मिली थी।
साउथ
कोरियन
कंपनी
ने
मैनकाइंड
फार्मा
के
साथ
मिलकर
तैयार
की
कोरोना
की
दवा,
भारत
में
ट्रायल
को
मंजूरी