NDTV इंडिया पर लगे बैन को सुभाष चंद्रा ने ठहराया सही कहा, लाइफ टाइम लगा दो प्रतिबंध
सुभाष चंद्रा ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर पर एक के बाद ताबड़तोड़ ट्वीट कर लिखा कि एनडीटीवी इंडिया पर एकदिवसीय प्रतिबंध नाइंसाफी है, यह सजा बहुत कम है।
नई दिल्ली। न्यूज चैनल एनडीटीवी इंडिया के प्रसारण पर 24 घंटे की रोक लगाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब जी मीडिया ग्रुप के प्रमुख और राज्य सभा सांसद सुभाष चंद्रा कूद पड़े हैं। सुभाष चंद्रा ने एनडीटीवी इंडिया पर लगे बैन को सही ठहराया है और कहा है कि इसपर आजीवन प्रतिबंध लगा देना चाहिए था।
दिल्ली प्रदूषण: 5 दिनों के लिए हर तरह के निर्माण कार्य बंद
सुभाष चंद्रा ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर पर एक के बाद ताबड़तोड़ ट्वीट कर लिखा कि एनडीटीवी इंडिया पर एकदिवसीय प्रतिबंध नाइंसाफी है, यह सजा बहुत कम है। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए उन पर आजीवन प्रतिबंध लगाना चाहिए था।
उन्होंने लिखा है कि मेरा तो यह भी विश्वास है की अगर एनडीटीवी इंडिया न्यायालय में जाए तो उसे वहां से भी फटकार ही मिलेगी।
यूपीए शासनकाल में जी पर प्रतिबंध की बात चली थी, तब एनडीटीवी और बाकि तथाकथित बुद्धिजीवियों ने मौन धारण करा था। एडिटर्स गिल्ड भी चुप्पी साधे हुआ था।
पर आज गलत को गलत कहने पर कुछ लोग आपातकाल कह रहे है। क्या देश की सुरक्षा का कोई भी महत्त्व नहीं । उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा में दो मत नहीं हो सकते।
सरकार द्वारा NDTV इंडिया पर एकदिवसीय प्रतिबंध को मैं बिल्कुल सही मानता हूं।
क्यों लगा है बैन?
हिंदी न्यूज़ चैनल एनडीटीवी इंडिया पर आरोप है कि उसने पठानकोट हमले के दौरान ऐसी संवेदशनशील जानकारी प्रसारित की जिससे आतंकवादियों को मदद मिल सकती थी। सरकार ने नियमों के उल्लंघन के आरोप में एनडीटीवी इंडिया पर एक दिन का बैन लगाया है।