हाथरस केस: राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी DGP को लिखा पत्र, रात में अंतिम संस्कार पर मांगा जवाब
नई दिल्ली: हाथरस के एक गांव में चार दबंगों ने एक दलित महिला के साथ गैंगरेप किया। इसके बाद उसके साथ सारी हदों को पार करते हुए बर्बरता की गई। मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। आरोप है कि पुलिस-प्रशासन ने आधी रात को परिजनों की गैरमौजूदगी में पीड़ित का अंतिम संस्कार कर दिया। जिस पर अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है।

जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखा है। साथ ही उनसे इस बात का जवाब मांगा गया है कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी, जो आधी रात को पीड़ित का अंतिम संस्कार किया गया। इसके साथ ही प्रशासन से भी इस बात का स्पष्टीकरण मांगा गया है। इससे पहले NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने बताया था कि उनके ऑफिस वालों ने पीड़ित के भाई से बात की है। जिसमें उन्होंने बताया कि पुलिस-प्रशासन उन्हें श्मशान घाट तक ले गया था, लेकिन चेहरा नहीं देखने दिया गया।
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क्या कहा पीड़ित के पिता ने?
यूपी पुलिस का दावा है कि उनके पास एक वीडियो है, जिसमें अंतिम संस्कार के समय पीड़ित के परिवार की तरफ से एक बुजुर्ग श्मशान घाट में मौजूद थे। इस दावे पर पीड़ित के पिता ने कहा, 'वीडियो में दिखाई दे रहे बुजुर्ग रिश्ते में चाचा लगते हैं, लेकिन पीड़ित के परिजन तो हम लोग हैं। उनको पुलिस ने बुलाकर सिर्फ दिखा दिया, हम लोग अंतिम संस्कार के समय मौजूद नहीं थे।'
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आई ये बात
अलीगढ़ जिले के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से हाथरस पीड़ित की पोस्टमॉर्ट रिपोर्ट आ आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की गर्दन पर चोट के निशान हैं और हड्डियां भी टूटी हुई हैं, लेकिन जबरन रेप किए जाने की पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल पुलिस अधिकारी फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।