NCW ने यौन उत्पीड़न मामले में फिल्म निर्माता महेश भट्ट समेत इन सेलिब्रिटीज को जारी किया नोटिस, जानें पूरा मामला
NCW ने यौन उत्पीड़न मामले में फिल्म निर्माता महेश भट्ट समेत इन सेलिब्रिटीज को जारी किया नोटिस
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद गर्लफैन्ड रिया चक्रवर्ती के साथ तस्वीरें वायरल होने पर ट्रोल होने वाले महेश भट्ट की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। मानसिक और यौन उत्पीड़न मामले में फिल्म निर्देशक महेश भट्ट के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने नोटिस जारी किया है। महेश भट्ट के साथ महिला आयोग ने उर्वशी रौतेला, ईशा गुप्ता, रणविजय सिंह, मौनी रॉय और प्रिंस नरूला के खिलाफ ये नोटिस जारी किया है। जिसके बाद महेश भट्ट के साथ ये लोग भी इस केस में निशाने पर आ गए हैं।
इस मामले में जारी किया गया है नोटिस
महिला आयोग ने बॉलीवुड की मशहूर हस्तियों को हाल में दूसरी नोटिस जारी की है। IMG Ventures नाम की एक कंपनी बड़े ही संगीन आरोप है। इन सेलेब्स को दोबारा नोटिस जारी किया गया है, क्योंकि उन्होंने आईएमजी नामक कंपनी का प्रचार किया है। इस कंपनी पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप है। गुरुवार को, यह बताया गया कि एनसीडब्ल्यू ने भट्ट के साथ उर्वशी रौतेला, ईशा गुप्ता, मौनी रॉय और प्रिंस नरूला को नए नोटिस जारी किए हैं, जिनमें कथित ब्लैकमेल और कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ अपने बयान दर्ज करने हैं।
लड़कियों ने लगाए ये संगीन आरोप
रिपोर्ट के अनुसार ये कंपनी इन्टरटेन्मेंट इंडस्ट्री में अपना करियर बनाने वाली लड़कियों को अपने जाल में फसाती है। आयोग में ये शिकायत योगिता भायना ने आईएमजी वेंचर्स के प्रमोटर सनी वर्मा के खिलाफ दर्ज करवाई थी। सनी वर्मा के खिलाफ दर्ज शिकायत के अनुसार वो मॉडलिंग और प्रॉजेक्ट दिलाने के बहाने लड़कियों को ब्लैकमेल करती था और यौन उत्पीड़न भी करती था। महिला आयोग में दर्ज शिकायत के अनुसार कई लड़कियां सनी वर्मा और उनके साथियों के द्वारा यौन व मानसिक उत्पीड़न का शिकार हुई है। परी फॉर इंडिया की संस्थापक और सोशल वर्कर योगिता भायना को गवाह के रूप में बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है।
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महिला आयोग के तलब करने पर भी नहीं पहुंची ये फिल्मी हस्तियां
बता दें बीटाउन की मशहूर हस्ती महेश भट्ट समेत अन्य को 6 अगस्त को इस मामले में बुलाया गया लेकिन वो सभी सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हो हुए जिसके बाद एक और नोटिस जारी की गई है। उनके शामिल न होने से बैठक अगली 18 अगस्त तारीख तक स्थगित कर दी गई है। बता दें इस केस की सुनवाई में सोनू सूद को भी तलब किया गया था और वो सुनवाई में उपस्थित हुए और अपना पक्ष रखा यहीं कारण है कि उनके खिलाफ नोटिस नहीं जारी की गई।
यौन संबंध बनाने के लिए किया जाता था ब्लैकमेल
रिपोर्ट के अनुसार सनी वर्मा की कंपनी 2,950 रुपये लड़कियों से फीस के तौर पर वसूलती थी और उसके बाद मनोरंजन की दुनिया में करियर बनाने की चाहत रखने वाली लड़कियों को मॉडलिंग की दुनिया में प्रमोट करने के लिए अश्लील फोटो लाने के लिए दबाव बनाती थी। महिला आयोग में दर्ज शिकायत के अनुसार लड़कियों की न्यूड फोटो हासिल करने के पहले और बाद में कभी-कभी पहले भी सनी पूरी तरह से नग्न तस्वीरों और वीडियो के लिए लड़कियों के संपर्क में रहता था। मॉडलिंड और प्रतियोगिता में विनर होने की इच्छा रखने वाली लड़कियों को अपनी यौन इच्छाओं को पूरा करने के लिए कहता था और उनसे यौन संबंध बनाने के बाद सनी वर्मा उन्हें ब्लैकमेल भी करता था।
महिला आयोग ने कही ये बात
NCW की प्रमुख रेखा शर्मा ने अपने ट्वीट में इस नोटिस का उल्लेख किया है। एक ट्वीट में में राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिखा, 'सभी संभव तरीकों से आयोग के सामने पेश होने के निर्देश के बावजूद, इन सभी लोगों ने न तो प्रतिक्रिया देने की जहमत उठाई है और न ही निर्धारित बैठक में हिस्सा लिया है। औपचारिक नोटिस भेजे जाएंगे और नहीं आने पर प्रक्रियाओं के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
महेश भट्ट की लीगल टीम ने कहा ऐसी कोई नोटिस नहीं मिली
हालांकि महेश भट्ट की लीगल टीमे ने कहा कि फिल्म निर्माता को कथित ब्लैकमेल और यौन उत्पीड़न से जुड़े एक मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) से कोई नोटिस नहीं मिला है। लीगल टीम ने कहा कि हमारे क्लाइंट आपके ध्यान में लाना चाहता है कि हमारे ग्राहक को NCW से ऐसा कोई नोटिस नहीं मिला है जैसा कि आपके ट्वीट में उल्लेख किया गया है। हम समझते हैं कि आपका नोटिस हमारे क्लाइंट को गवाह के रूप में उपस्थिति के लिए जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हमारे कलाइंट गवाही देने के लिए तैयार हैं।