शरद पवार ने विपक्षी एकता को दिया झटका, विपक्ष की बैठक में नहीं शामिल हुई NCP
बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि बैठक का मकसद विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव में उतारे गए विपक्ष के उम्मीदवारों को धन्यवाद करना था।
नई दिल्ली। एनसीपी ने विपक्षी एकता को झटका दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 18 विपक्षी दलों के साथ बैठक की। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, उमर अब्दुल्ला, गुलाम नबी अजाद समेत कई विपक्षी नेता शामिल हुए। इस बैठक में एनसीपी का कोई नेता शामिल नहीं हुआ।
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि उनकी पार्टी ने बैठक का बहिष्कार किया है। प्रफुल्ल पटेल ने कांग्रेस के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गुजरात राज्यसभा चुनाव में हमारी पार्टी के विधायक ने अहमद पटेल को वोट किया था लेकिन कांग्रेस की तरफ से ये कहा गया कि एनसीपी ने अहमद पटेल को वोट नहीं किया है।
गुजरात राज्यसभा चुनाव में मुश्किल लड़ाई जीतने के बाद कांग्रेस ने विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास फिर से शुरू कर दिये हैं। इस सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक बुलाई थी। बैठक के बाद कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि बैठक का मकसद विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव में उतारे गए विपक्ष के उम्मीदवारों को धन्यवाद करना था।
विपक्ष की बैठक में शरद यादव के पटना में होने की वजह से जेडीयू सांसद अली अनवर अंसारी ने उनका प्रतिनिधित्व किया। कांग्रेस, वाम पार्टियां, तृणमूल कांग्रेस, राजद, जदयू, राकांपा, झामुमो, द्रमुक, नेकां, सपा, बसपा, रालोद, जदएस, केरल कांग्रेस, एआईयूडीएफ के अलावा कुछ अन्य दलों ने बैठक में हिस्सा लिया।