उपसभापति चुनाव: वंदना चव्हाण हो सकती हैं UPA की कैंडिडेट
नई दिल्ली। राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए चुनाव नौ अगस्त को होने वाले चुनाव में यूपीए एनसीपी का राज्यसभा सांसद वंदना चव्हाण को अपना उम्मीदवार बना सकता है। उधर एनडीए ने समोवार को अपने कैंडीडेट की घोषणा कर दी। जेडीयू के सांसद और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश एनडीए से उम्मीदवार होंगे। वंदना के नाम की यूपीए की ओर से अभी तक अधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
विपक्ष की ओर से चार उम्मीदवारों के नाम की चर्चा हो रही है। सूत्रों के मुताबिक इनमें एनसीपी की वंदना चव्हाण का नाम सबसे आगे चल रहा है। इसके अलावा तीन अन्य नामों में डीएमके के तिरुचि शिवा, बीजेडी के प्रसन्ना आचार्य और के टी एस तुलसी के नाम शामिल हैं। इन नामों पर चर्चा के लिए आज सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक चल रही है।
राज्यसभा के उपसभापति के तौर पर पी जे कुरियन के पिछले महीने रिटायर होने के बाद से यह पद खाली है। बीजेपी के पास राज्यसभा में संख्यबल पूरा नहीं हैं। ऐसे में वह सहयोगी दल के चेहरे के सहारे विपक्षी खेमे में सेंध लगाने का भाजपा ने यहां दांव चला है।
राज्यसभा में वर्तमान में 244 सांसद ही वोट करने की स्थिति में हैं। ऐसे में किसी भी दल को जीतने के लिए 123 सीटें मिलनी जरूरी हो जाती हैं। वर्तमान में राज्यसभा में एनडीए के पास 115 सीटें हैं, जिनमें सबसे ज्यादा बीजेपी के पास 73 सीटें हैं। वहीं यूपीए के पास 113 सीटें हैं। जिनमें कांग्रेस के पास सबसे ज्यादा 50 सीटें हैं। वहीं अन्य दलों के पास राज्यसभा में 16 सीटें हैं। इनमें सबसे ज्यादा नौ सीटें बीजेडी के पास हैं।
अगर बीजेडी ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान जिस तरह वाक आउट कर एनडीए और विपक्ष खेमे दोनों से जो दूरी बनायी उसे देखते हुए उपसभापति चुनाव में भी बीजेडी के वोटिंग से बाहर रहने की संभावना को नकारा नहीं जा रहा। बीजेडी के बाहर होने से यह मुकाबला और दिलचस्प हो जाएगा।