जयंत पाटिल बोले-पीएमसी का सहकारी बैंक में हो सकता है विलय
नई दिल्ली। पंजाब और महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) घोटालों के पीड़ितों के लिए राहत देने वाली खबर है। महाराष्ट्र की नई उद्धव ठाकरे सरकार पीएमसी बैंक के खाताधारकों को मुसीबत से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है। एनसीपी नेता और मंत्री जयंत पाटिल ने कहा है कि, सरकार पीएमसी बैंक और महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक (एमएससी) का आपस में विलय कर सकती है। अगर पीएमसी बैंक और महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक का विलय होता है तो जमाकर्ताओं को जरूर फायदा होगा।
जयंत पाटिल ने कहा, पीएमसी और राज्य सहकारी बैंकों के अध्यक्षों के साथ मेरी बात हो चुकी है। इस विलय का मकसद पीएमसी के 90 फीसदी पीड़ित डिपॉजिटर्स को राहत देना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दोनों बैंक के विलय के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से भी बात करेगी। हम पीएमसी बैंक खाताधारकों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि सरकार उनके साथ खड़ी है। दोनों बैंकों के विलय से निश्चित रूप से छोटे जमाकर्ताओं को मदद मिलेगी।
उनका कहना है कि MSC बैंक की आर्थिक स्थिति अच्छी है और पीएमसी बैंक का इसमें विलय होने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। इस प्रक्रिया को पूरा होने में करीब डेढ़ महीने का वक्त लग सकता है। बता दें कि 4,355 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर रोक लगा दी थी।
इस कथित घोटाले के बाद लोग घबराकर पैसे निकालने लगे थे, जिसके बाद बैंक ने प्रति ग्राहक पैसे निकालने की सीमा एक हजार रुपये कर दी थी। हालांकि, बाद में आश्चर्यजनक तरीके से इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया।
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