महाराष्ट्र: आज राज्यपाल से मिलेंगे एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना, सरकार गठन नहीं बल्कि ये है वजह
मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के बीच सत्ता का फॉर्मूला तय हो गया है। आज तीनों पार्टी के नेता राज्यपाल से मुलाकात भी करेंगे। लेकिन इस मुलाकात का उद्देश्य सरकार गठन नहीं बल्कि किसानों से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि इस दौरान किसानों के नुकसान पर चर्चा की जाएगी। सरकार का गठन किस दिन होगा, ये अभी तय नहीं हो पाया है।
इसपर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार मजह एक दिन पहले कह चुके हैं कि अभी सरकार बनाने में वक्त लगेगा। अब पवार शनिवार को सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे। सूत्रों के अनुसार, शिवसेना ये चाहती है कि कल यानी बालासाहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर सरकार बने।
क्या कहा भाजपा ने?
इन बातों के बीच महाराष्ट्र नें भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि भाजपा को राज्य में 199 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और राज्य में केवल भाजपा ही एक स्थिर सरकार बना सकती है। पाटिल ने कहा कि, 'भाजपा को 14 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है, हमारे पास कुला मिलाकर 119 विधायकों की संख्या है। जिसके कारण देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि हमारे बिना सरकार नहीं बन सकती है।'
क्या फॉर्मूला तय हुआ?
महाराष्ट्र में एक साथ सरकार बनाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम का मसौदा तैयार है। शिवसेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार, साझा कार्यक्रम में शिवसेना कट्टर हिंदुत्व का त्याग करेगी और कांग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण का त्याग करेगी। बताया जा रहा है कि जिस तरह शिवसेना वीर सावरकर के नाम से परहेज करेगी और उनकी कट्टर हिंदुत्व की विचारधारा से खुद को दूर करेगी, ठीक उसी तरह कांग्रेस और एनसीपी भी महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का नाम लेने से परहेज करेंगे।
मुख्यमंत्री कौन होगा?
एनसीपी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद को लेकर भी बड़ा बयान दिया है। एनसीपी पार्टी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने इस पर कहा है, 'सवाल बार-बार पूछा जा रहा है कि शिवसेना का सीएम होगा क्या? सीएम के पोस्ट को लेके ही शिवसेना और भाजपा के बीच में विवाद हुआ, तो निश्चित रूप से सीएम शिवसेना का होगा। शिवसेना को अपमानित किया गया है, उनका स्वाभिमान बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी बनती है।'
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