सीएए पर उद्धव के बयान को लेकर बोले शरद पवार- हम उनसे इत्तेफाक नहीं रखते, हमारी पार्टी का स्टैंड अलग
नई दिल्ली। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि सीएए पर उनका मत महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे से अलग है, एनसीपी सीएए के खिलाफ हैं। उद्धव ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते रहे हैं। मंगलवार को एक बार फिर उन्होंने इसका समर्थन किया है। उद्धव के बयान पर पवार ने कहा, महाराष्ट्र सीएम की अपनी राय है लेकिन अगर आप हमसे पूछेंगे तो हम नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हैं। हमने संसद में इसके विरोध में वोट किया है और लगातार अपना रुख साफ किया है। हम इस तरह से धर्म आधारित नागरिकता के समर्थन में नहीं हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की साझा सरकार है। सीएए कानून पर संसद में एनसीपी और कांग्रेस ने विरोध में वोट किया था। वहीं शिवसेना ने लोकसभा में कानून के समर्थन में वोट किया था और राज्यसभा में वाकआउट किया था। शिवसेना सीएए का समर्थन करती रही है जबकि एनआरसी के खिलाफ है। वहीं कांग्रेस और एनसीपी सीएए का भी कड़ा विरोध कर रही है। कांग्रेस और एनसीपी जहां लगातार सीएए का विरोद कर रही हैं, वहीं शिवसेना का विरोध सिर्फ एनआरसी को लेकर है।
मंगलवार को सीएए, एनआरसी और एनपीआर पर उद्धव ने कहा है कि सीएए और एनपीआर को लेकर उनका विरोध नहीं है लेकिन एनआरसी वो राज्य में कतई लागू नहीं करेंगे। ठाकरे ने कहा, सीएए और एनआरसी दोनों अलग हैं और एनपीआर अलग है। एनपीआर को जनगणना ही है, जो दस साल में होती है। सीसीए लागू होने पर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। एनआरसी पर हमने साफ कर दिया है कि ये महाराष्ट्र में लागू नहीं किया जाएगा। अगर एनआरसी लागू किया जाता है तो यह किसी एक समुदाय नहीं बल्कि सभी के लिए परेशानी का सबब बनेगा। ना केवल हिंदू और मुस्लिम बल्कि आदिवासियों को भी बहुत ज्यादा प्रभावित करेगा।
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