Maharashtra: एनसीपी समर्थित निर्दलीय विधायक ने शिवसेना को समर्थन देने का किया ऐलान
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, जिसके बाद निर्दलीय विधायकों की भूमिका काफी अहम हो गई है। इस बीच निर्दलीय विधायक शंखराव गडख जिन्हें एनसीपी विधायक का समर्थन प्राप्त है उन्होंने शिवसेना को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। बता दें कि शिवसेना भाजपा पर लगातार 50-50 फॉर्मूले का दबाव बना रही है और ढाई साल भाजपा का तो ढाई साल शिवसेना के मुख्यमंत्री की बात कर रही है। लेकिन भाजपा ने साफ कर दिया है कि चुनाव में वह सबसे बड़ी पार्टी है लिहाजा मुख्यमंत्री पद से समझौता नहीं करेगी।
अहमदनगर के नेवासा से निर्दलीय विधायक ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके घर पर मुलाकात के बाद शिवसेना को समर्थन देने का ऐलान किया। बता दें कि शंखराव के पिता यशवंत राव एनसीपी नेता था। शिवसेना को समर्थन देने की बात कहते हुए शंखराव ने कहा कि मैं ग्रामीण क्षेत्र का प्रतिनिधि हूं, जहां कि दिक्कतें काफी जटिल हैं, ऐसे में अगर मुझे इन समस्याओं का समाधान करना है तो मैं ऐसे दल के साथ रहना पसंद करुंगा जो सरकार बनाने जा रही है। शंखराव गडख ने कहा कि इसी के चलते मैंने आज शिवसेना को अपना समर्थन देने का फैसला लिया है।
गुरुवार को जब विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा हुई तो ठीक उसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को 50-50 का पॉवर फॉर्मूला याद दिलाया था। जानकारी के अनुसार शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों को साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी ढाई वर्ष तक मुख्यमंत्री की कुर्सी चाहती है। लेकिन अगर भाजपा इसके लिए राजी नहीं होती है तो अन्य विकल्पों पर चर्चा की जाएगी। लेकिन भाजपा के शीर्ष सूत्र का कहना है कि ठाकरे का यह प्रस्ताव पार्टी को कतई स्वीकार नहीं है। ऐसे में 50-50 का फॉर्मूला कतई स्वीकार नहीं है। यह तभी संभव था अगर भाजपा और शिवसेना दोनों ने बराबर सीटें जीती होती। लेकिन भाजपा को शिवसेना से दोगुनी सीटें मिली हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री का पद देने का सवाल ही नहीं उठता है।