नवाज शरीफ की सजा के पीछे 'अदृश्य शक्तियां'- पाकिस्तानी जज
नई दिल्ली- पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जेल भेजने वाले जज के एक विडियो सामने आने के बाद से पाकिस्तानी राजनीति में खलबली मच गई है। उस विडियो के सामने आने के बाद इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने लॉ मिनिस्ट्री को उस जज को तत्काल उनके पद से हटाने के लिए कहा था, जिसके बाद शुक्रवार को उन्हें काम छोड़ देने के लिए कह दिया गया है। एंटी-करप्शन कोर्ट के उस जज को विडियो में यह बताते हुए दिखाया गया है कि उन्होंने भ्रष्टचार के मामले में नवाज शरीफ को सिर्फ इसलिए सजा सुनाई थी, क्योंकि उनके ऊपर 'अदृश्य शक्तियों' का दबाव था।
दिसंबर, 2018 में मिली थी नवाज को सजा
गौरतलब है कि इस्लामाबाद के अकाउंटबिलिटी कोर्ट के जज जस्टिस अरशद मलिक ने पिछले साल 24 दिसंबर को नवाज शरीफ को अल-अजिजिया स्टील मिल्स केस में दोषी पाते हुए 7 साल की सजा सुनाई थी। पिछले हफ्ते नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने जस्टिस मलिक का वह विडियो जारी किया था, जिसमें वे पाकिस्तानी मु्स्लिम लीग-नवाज के एक नेता से यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि तीन बार के पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार के केस में दोषी ठहराने के लिए कुछ खास लोगों की ओर से उनपर बहुत ही ज्यादा दबाव डाला गया था।
जज ने विडियो को कहा फर्जी
शुक्रवार को अपने खिलाफ कार्रवाई से पहले जस्टिस मलिक ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अमीर फारूक से कहा था कि विडियो का कंटेंट फर्जी है। उन्होंने एक हलफनामा भी दिया, जिसमें बिना किसी दबाव में फैसला सुनाए जाने की बात कही गई है। उन्होंने इस मामले में जांच की मांग भी की थी। लेकिन, चीफ जस्टिस ने लॉ मिनिस्ट्री को जांच पूरी होने तक उन्हें उनके पद से हटा देने का निर्देश दे दिया। इसकी जानकारी देते हुए पाकिस्तानी कानून मंत्री फरोग नसीम ने कहा है कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट की सिफारिश पर जस्टिस मलिक को काम करने से रोक दिया गया है। नसीम ने ये भी कहा है कि विडियो के सामने आने के बाद नवाज शरीफ की सजा को तत्काल कम या रद्द नहीं किया जा सकता, क्योंकि इसपर किसी तरह का फैसला लेने का अधिकार हाई कोर्ट के ही पास है। उन्होंने ये भी कहा कि इसके लिए ये भी जरूरी है कि पहले ये साबित हो जाए कि जज ने उन्हें किसी दबाव में सजा सुनाई थी।
नवाज की बेटी मरियम ने लगाई फैसला बदलने की गुहार
गौरतलब है कि विडियो सामने आते ही पीएमएल-एन ने शरीफ की लाहौर के कोट तखपत जेल से रिहाई की मांग की है। नवाज की बेटी मरियम ने भी न्यायपालिका से अपने पिता को दी गई सजा को फौरन बदलने की मांग की है। हालांकि, सत्ताधारी इमरान खान की सरकार ने इस विवाद से फिलहाल खुद को न्यायिक मामला बताकर दूर ही रखा है। गौरतलब है कि जस्टिस मलिक के पास अभी हाई प्रोफाइल भ्रष्टाचार के कई केस थे, जिसमें पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व पीएम रजा परवेज अशरफ और शौकत अजीज के मामले भी शामिल हैं।
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